उत्तराखंड के उत्तरकाशी में नदी में गिरी बस, दर्दनाक हादसे में इंदौर के 21 लोगों की मौत
इंदौर के यात्रियों से भरी बस गंगोत्री धाम से लौटते वक्त गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी के पास भागीरथी नदी में गिर गई। हादसे में 21 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। सात लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। इन्हें उत्तरकाशी के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और अन्य जगहों पर भर्ती कराया गया है। पीएम मोदी ने मृतकों के परिजन को 2 लाख और गंभीर रूप से जख्मी हुए लोगों को 50 हजार रु. की मदद का एलान किया है।
जानकारी के मुताबिक इंदौर की यह बस 12 मई को बेटमा से निकली थी, जिसमें नालछा और बेटमा के पैसेंजर थे। मंगलवार सुबह गंगोत्री धाम के दर्शन करने के बाद मप्र के 57 यात्रियों का दल 2 बसों में सवार होकर केदारनाथ धाम जा रहा था। एक बस में ड्राइवर-कंडक्टर समेत 31 तो दूसरी बस में 30 यात्री थे। दोनों बसें आगे-पीछे चल रही थीं। शाम करीब छह बजे 30 यात्रियों से भरी बस उत्तरकाशी से 25 km दूर ऋषिकेश की ओर गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी में बेकाबू होकर 300 मीटर गहरी खाई में गिर गई। कुछ यात्री भागीरथी नदी में गिरे।.
जिस जगह से बस गिरी, वहां काफी ऊंचाई और शार्प टर्न होने से ड्राइवर का बैलेंस बिगड़ गया, जिससे बस खाई में जा गिरी। सूचना मिलने पर शाम साढ़े 6 बजे जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव व एसपी ददन पाल बचाव दल सहित मौके पर पहुंचे। आईटीबीपी, एसडीआरएफ, जल पुलिस, फायर ब्रिगेड और लोकल पुलिस की टीमों को बस तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। चट्टान के कारण बस तक सीधे पहुंचना मुश्किल था। इसलिए 4 किमी का चक्कर लगाकर बचावकर्मी भागीरथी के दूसरे छोर पर पहुंचे। रस्सी के सहारे एक दल नदी के दूसरे छोर पर पहुंचा और बचे हुए लोगों को निकाला।
मप्र सरकार ने मृतकों के घर वालों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की मदद का एलान किया है। जबकि त्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हादसे पर दुख जताया है। रावत ने कहा कि उत्तराखंड सरकार की तरफ से हादसे में मारे गए लोगों की फैमिली को 1-1 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की मदद दी जाएगी।