तेजस्वी यादव को राजद संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाने की तैयारी
राजद के प्रशिक्षण शिविर को बिहार के बोधगया से राजगीर बदलने पर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं जोरों पर है. साथ ही इस बात की सुगबुगाहट है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला तेजस्वी के लिए लॉन्चिंग पैड साबित हो सकता है.
जानकारों का मानना है कि तेजस्वी यादव पर बीजेपी के लगातार हमले और जेडीयू की भूमिका ने लालू प्रसाद की चिंताएं बढ़ा दी है. ऐसे में लालू यादव की कोशिश है कि जल्द से जल्द तेजस्वी यादव को राजद की जिम्मेवारी सौंप दी जाएं और उन्हें बड़ी भूमिका के लिए तैयार किया जाये.
वैसे 2 मई से 4 मई तक होने वाले राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर अधिकृत रूप से भाजपा से मुकाबला करने के लिए रणनीति बनाने और राज्य सरकार की उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार की कार्य योजना पर विचार करने के लिए किया जा रहा है लेकिन राजनीतिक गलियारों में इस चर्चा है कि शिविर का वास्तविक एजेंडा तेजस्वी यादव को नेतृत्व सौंपने की तैयारी है.
राजद के प्रवक्ता मनोज झा का कहना है कि तेजस्वी यादव में बड़े नेता के तमाम गुण मौजूद हैं और उनकी काबलियत यह है कि वो सभी को मिलाकर कैसे चलना है वो जानते हैं.
लालू यादव अब तेजस्वी यादव को अपनी राजनीतिक विरासत सौंपना चाहते हैं. इस प्रयास के तहत प्रारंभिक प्रक्रिया के रूप में उन्हें संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. इसके साथ राष्ट्रीय राजनीति में भी तेजस्वी यादव की भूमिका बड़ी करने की तैयारी है.
उधर, मंगलवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इस बात को लेकर हमला बोला कि लालू इस प्रशिक्षण शिविर के जरिए अपने बेटों को स्थापित करने की जुगत में हैं.
Source : news18.com