चौथे दिन भी बैंकों और एटीएम में लंबी लाइन, सब के मन में सवाल “आज कैश मिलेगा क्या” ?
500 और 1000 के नोट को बंद हुए चार दिन बीत चुके हैं. ऐसे में लोगों को होने वाली परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. लोग बैंक खुलने से कई घंटे पहले लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं, उसके बाद उनका नंबर आता है. कुछ लोग परेशानी होने के बावजूद इस फैसले की तारीफ कर रहे हैं तो कुछ लोगों का मनना है कि फैसला तो अच्छा है, लेकिन इसे ठीक ढंग से लागू नहीं किया गया. वहीं कुछ लोग इस फैसले की पुरजोर निंदा भी कर रहे हैं.
आम लोगों की सहूलियत के लिए सरकार ने रविवार को भी बैंक खोलने का फैसला किया था. रविवारा यानी आज दफ्तरों की छुट्टी होने के कारण बैंकों के बाहर जनसैलाब उमर पड़ा है. लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि अब करेंग तो क्या करें। एटीएम के बाहर भी लंबी-लंबी लाइने लगी है. मायूस लोग एक दूसरे से पूछ रहे हैं आज कैश मिलेगा क्या ? इस सवाल का किसी के पास जवाब नहीं है. पूरा मामला सिर्फ कयास और उम्मीदों पर चल रहा है.
वित्त मंत्री जेटली भी इसको लेकर सही से कुछ नहीं कह पा रहे हैं. वित्त मंत्री की माने तो हालात सुधरने में अभी 2 से 3 हफ्ते लग सकते हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में लोगों की और मुश्किलें बढ़ सकती है. लोगों के पास बचे खुचे चिल्लर भी खत्म होते जा रहे हैं. रोजमर्रा की जरूरतों के लिए लोग दुकानदारों से उधार मांगने को मजबूर है. आलम ये है कि कैश की किल्लत की वजह से छोटों दुकानदारों को भी सामान नहीं मिल पा रहा है. दुनकानों में सामान खत्म हो रहा है. ऐसे में दुकानदार भी लोगों को उधार में सामान देने से कतरा रहे हैं.
गोपालगंज के पोस्ट ऑफिस चौक के स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के एटीएम पर सुबह 4 बजे से ही लोगों की लंबी लाइन लग गई थी. यही हाल कमोबेश शहर के सभी चालू एटीएम में देखने को मिला. इस दौरान पोस्ट ऑफिस चौक स्थित एटीएम के बाहर लाइन में खड़े एक व्यक्ति ने कहा कि ‘सुबह 4 बजे से खड़े हैं, खाने के लिए भी पैसे नहीं हैं.’ हालांकि यहां एक व्यक्ति से जब बात की तो उन्होंने कहा कि ‘परेशानी तो हो ही रही है, लेकिन यह फैसला आम जनता के लिए अच्छा है. ऐसे में कुछ परेशानी तो उठाई जा सकती है.’