संसद का शीतकालीन सत्र आज से , GST और असहिष्णुता का मुद्दा अहम
आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरु होने जा रहा है। शीतकालीन सत्र के पहले दो दिन संविधान दिवस पर संसद के दोनों सदनों में 6-6 घंटे चर्चा होगी क्योंकि संविधान निर्माता बाबा साहब आंबेडकर की 125वीं जयंती है। आज ही के दिन से देश में संविधान लागू किया गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘संविधान दिवस‘ पर देशवासियों को बधाई देते हुए संविधान बनाने में योगदान वाले महान लोगों को नमन किया है। मोदी ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर को मेरा नमन, उनके बिना संविधान अधूरा है।
शीतकालीन सत्र में विपक्षी दल असहिष्णुता के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं जबकि सत्ता पक्ष GST विधेयक को पारित कराने पर ध्यान केंद्रित करते हुए सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए अपनी इच्छा जता चुका है।
विपक्ष अपने आक्रामक तेवर अगले सोमवार से जाहिर करेगा जब सरकार संविधान और इसके निर्माता बाबा साहब आंबेडकर पर उनकी 125वीं जयंती के अवसर चर्चा के लिए दो दिन की विशेष बैठक के बाद अपने विधायी कामकाज का एजेंडा सदन में रखेगी।
केंद्रीय मंत्री विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह सहित कुछ नेताओं को पार्टी के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है। सिंह ने हरियाणा में एक दलित परिवार के दो बच्चों को जला कर मार डालने की घटना के बारे में ‘कुत्ते’ संबंधी एक कथित टिप्पणी की थी। GST के मुद्दे पर पार्टी ने साफ संकेत दिया है कि अगर उसकी चिंताओं का निवारण किया जाएगा तब ही वह चाहेगी कि विधेयक पारित हो।
कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने असहिष्णुता पर चर्चा के लिए पहले ही नोटिस दिए हैं और इसे नियम 193 के तहत स्वीकार किया जाना चाहिए। हम संविधान पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा हमने इस विषय पर एक और नोटिस दिया है। उन्होंने ये भी कहा कि जब भी इसे स्वीकार किया जाएगा, हम इस पर एक साथ चर्चा करेंगे। हममें से हर कोई चाहता है कि देश में शांति और विकास के लिए तथा निवेश के लिए सहिष्णुता का माहौल हो।
JDU ने संसद में कामकाज निलंबित कर दालों, खाद्य तेलों और सब्जियों के दामों में वृद्धि का मुद्दा नियम 267 के तहत उठाने का फैसला किया है। पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि इस सरकार के बीते 18 माह के दौरान ‘बढ़ती असहिष्णुता’ जाहिर करने वाले ‘घर वापसी’, दादरी से लेकर ऐसे ही अन्य मुद्दों को उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ‘असहिष्णुता’ के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए नोटिस देगी।
यादव ने कहा कि हम संविधान के लिए प्रतिबद्धता पर चर्चा के दौरान लव जिहाद से लेकर घर वापसी और बढ़ती असहिष्णुता का मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी बार बार कहती रही है कि प्रधानमंत्री को उन पांच केंद्रीय मंत्रियों (गिरिराज सिंह, साध्वी निरंजन ज्योति, महेश शर्मा, वी के सिंह और संजीव बालयान) को हटाकर ‘जहर’ फैलाने के खिलाफ कार्रवाई करने के अपने इरादों का संकेत देना चाहिए जिन्होंने एक या अन्य ‘उकसावे वाली’ टिप्पणियां की हैं।