शोषण बंद करे, नहीं तो भड़केगा जन आंदोलन – मांझी ।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘हम’ के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने आज पार्टी के नेताओ के साथ बिहार में हार की समीक्षा की इसमें ’हम’ की समीक्षा बैठक में पार्टी के लगभग सभी बड़े नेता वृषिण पटेल, शाहिद अली खान, रविंद्र राय, डॉ. दानिश रिजवान, लवली आनंद समेत सभी जिलों के जिलाध्यक्ष व विधानसभा चुनाव के सभी 21 प्रत्याशी शामिल थे. बैठक के बाद मांझी ने मीडिया से कहा कि महागठबंधन दलितों में भ्रम फैलाकर उनके वोट लेने में सफल रहा.
उन्होंने कहा हम दलितों के लिए लड़ेंगे और हम उनके भ्रम में आकर हाथ पर हाथ धरकर बैठने वालों में नहीं हैं. सरकार पर हमला बोलते हुए मांझी ने कहा कि नीतीश सरकार अनुसूचित जाति व जनजाति के रिक्त पदों को भरे नहीं तो राज्य में जन आंदोलन खड़ा करेंगे.
मांझी ने कहा हार के सबसे प्रमुख कारणों में नौकरशाही भी है जिसे नीतीश कुमार ने चुनाव से ठीक पहले दुरूपयोग किया था. हालांकि हमने चुनाव आयोग से इस मामले को उठाया था लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि जातीय आधार पर लोगों को बरगलाकर वोट लेने की नई परंपरा की शुरूआत हुई है. जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद राज्य के कई हिस्सों में जातीय तनाव की स्थिति है.