गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से ही हुई थी लोगो की मौत – एफएसएल रिपोर्ट
आखिरकार सूबे में 5 अप्रैल से जारी पूर्ण शराबबंदी के बाद अब तक हुए सबसे हादसे पर एफएसएल की भी मुहर लग ही गई।मतलब गोपालगंज में हुई 19 मौतों की वजह जहरीली शराब ही थी। विधि विज्ञान प्रयोगशाला की आधिकारिक जांच रिपोर्ट में इसकी पुष्टि कर दी गई है। एफएसएल की जांच रिपोर्ट में मृतकों की ‘विसरा’ जांच में इथाइल के साथ उच्च शक्ति की ‘मिथाइल’ अल्कोहल की मात्रा पाई गई है। उल्लेखनीय है कि 16 अगस्त को गोपालगंज के खजूरबानी इलाके में जहरीली शराब पीने से 19 लोगों की मौत हो गई थी। साथ ही दो लोगों की आंखों की रोशनी भी हमेशा के लिए चली गई है।
इन मौतों के बाद मचे कोहराम और सियासी बवंडर के बाद सरकार ने मामले की सच्चाई जानने खातिर मृतको के विसरा की जांच सूबे के मुजफ्फरपुर स्थित क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला को कुल 19 में से 13 मृतकों की ‘विसरा’ जांच के लिए उपलब्ध कराई गई थी।बाकी के छह लोगों के शवों का बिना पोस्टमार्टम कराए ही अंतिम संस्कार करा दिया गया था। जिन 13 लोगों का विसरा प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया था, उनमें सभी की विसरा जांच में इथाइल अल्कोहल के साथ मिथाइल अल्कोहल की मात्रा पाई गई है।जांच में यह भी पाया गया है कि मिथाइल अल्कोहल बहुत ही उच्च शक्ति की थी, जिसके कारण इसे पीने वालों की धड़ाधड़ मौत हो गई थी। वही दूसरी तरफ जिन दो लोगों की इस शराब पीने से आंखों की रोशनी हमेशा के लिए चली गई है, माना जाता है कि उन्होंने कम मात्रा में जहरीली शराब पीया था। शायद यही कारण है कि दोनों की जान भी बच गई है।
एफएसएल मुजफ्फरपुर द्वारा यह जांच रिपोर्ट अभी तक गोपालगंज की अदालत और एसपी को नहीं भेजी गई है। लेकिन कयास लगाए जा रहे है अगले दो-तीन दिनों में इस रिपोर्ट की जांच रिपोर्ट की आधिकारिक कॉपी मुहैया करा दी जायेगी। वही अब जहरीली शराब से हुई मौतों पर वैज्ञानिक विधि द्वारा भी मुहर लग जाने के बाद सूबे में पुनः एक बार सियासी बवंडर और बयानबाजी का दौर शुरू होने की उम्मीद की जा रही है।