केजरीवाल ने बनवाया ‘कृष्ण’ और ‘सुदामा’ के बीच की दूरी मिटाने वाला स्कूल
पूर्वी दिल्ली के खिचड़ीपुर में बने एक इंटर कॉलेज के भवन पर नजर पड़ते ही आंखें ठहर जाती हैं। तीन तलों का आलीशान भवन, साफ-सुथरा कैंपस। हैरान तब होंगे जब जानेंगे कि यह किसी बिजनेस ग्रुप का बनाया नहीं बल्कि सरकारी स्कूल है। सुविधाएं ऐसी कि प्राइवेट स्कूल भी फेल हो जाएं। कृष्ण और सुदामा के बीच की दूरी कम करने वाले इस स्कूल का निर्माण कराया है दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने। मकसद यह कि गरीब परिवार हो या आम आदमी का बच्चा। इस स्कूल में ठाठ से पढ़ सके। बच्चे मन मसोस कर न रह जाएं कि वे मम्मी-पापा की कम कमाई के कारण बड़े-बड़े आलीशान भवनों में चलने वाले प्राइवेट स्कूलों में नहीं पढ़ सकते। यह स्कूल आम बच्चों के दिलो-दिमाग से हीनभावना निकाल फेंकेगा। दिल्ली की केजरीवाल सरकार की इस शानदार स्कूल की तस्वीरें भी इन दिनों सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहीं हैं।
इस स्कूल में बच्चों के लिए टेनिस और बास्केटबाल जैसे खेल के लिए भी अलग-अलग कोर्ट की सुविधा मिलेगी। जबकि सामान्य स्कूलों में एक साधारण सा खेल का मैदान होता है। जिसमें सारे खेल खेलने की मजबूरी होती है।
खिचड़ीपुर इलाके में करीब 8 हजार वर्गमीटर एरिया में यह खूबसूरत स्कूल बनवाया गया है। भवन तीन ब्लॉक में बंटा है। 80 से अधिक क्लास रूम वाले इस स्कूल की प्रत्येक कक्षा 450 वर्गफुट में है। खास बात है कि तीन तल वाले इस स्कूल में ऊपर जाने के लिए बच्चों को लिफ्ट की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा फौव्वारे और गार्डन का निर्माण कराया जा रहा।
दिल्ली तो बड़ी बात है, किसी छोटे शहर के भी निजी कॉन्वेंट स्कूल की पढ़ाई काफी महंगी है। दाखिले के दौरान मोटी फीस। कॉपी-किताब, ड्रेस के नाम पर हजारों का खर्च और भी स्कूलों के तमाम नखरे। आम आदमी की बात छोड़िए अच्छी-खासी नौकरियों वाले अमीर मां-बाप भी कॉन्वेंट स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई का खर्च पूरा करते-करते कराह उठते हैं। गरीबों के पास सरकारी स्कूल ही बच्चों को पढ़ाने का एकमात्र चारा होता है। जहां न पढ़ने की सुविधा होती है न खेलने की। ऐसे में दिल्ली में सरकारी स्तर से बना यह स्कूल दूसरे प्रदेशों के लिए भी मॉडल का काम करेगा।
स्कूल का निर्माण हो जाने पर निरीक्षण व लोकार्पण के मौके पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया पीएम मोदी पर निशाना साधने से नहीं चूके। ट्वीट कर बोले कि मोदी जी,दिल्ली सरकार ने खिचड़ीपुरमेएक शासनदार नई स्कूल बिल्डिंग बना ली है. इसकी सीबीआई-एसीबी या सीएजी जांच बैठा दें। यहां पढ़ाई शुरू होने से पहले तोता-मैना की नोटिस भिजवा दीजिए।