गोपालगंज: घुसखोरी का अड्डा बना सदर अस्पताल, प्लास्टर लगवाने-कटवाने के लिए देना पड़ता है रिश्वत
गोपालगंज सदर अस्पताल में घुसखोरी का धंधा चरम पर है। यहां ईलाज कराने आने वाले मरीजो से मोटी रकम की वसूल की जाती है। नही देने पर उसे डांट फटकार कर भगा दिया जाता है। कुछ ऐसा ही मामला उस वक्त सामने आया जब अस्पताल में कच्चा प्लास्टर देने के बाद पक्का प्लास्टर करने के लिए कर्मी द्वारा रुपया का मांग किया।
बताया जाता है कि यादोपुर थाना क्षेत्र के चतुरबगहा ग़ांव निवासी भुटेली यादव के बेटा रूपम कुमार का पिछले 20 मार्च को पैर टूट जाने के कारण अस्पताल में कच्चा प्लास्टर देने के बाद 28 मार्च को पक्का प्लास्टर दिया गया। आरोप है कि उस वक्त भी स्वास्थ्य कर्मी कृष्णा द्वारा उससे 6 सौ रुपये लिया गया। तब उसकी प्लास्टर दी गई। पुनः आज प्लास्टर कटवाने बच्चा अपने बहन के साथ आया तो आज भी उसकी बहन सोनम से 5 सौर रुपये प्लास्टर कटवाने के लिए मांगें गए। महिला के पास पैसे नही थे किसी तरह पैसे की जुगाड़ कर उसे दे दिया लेकिन स्वास्थ्य कर्मी की लालच कम होने का नाम नही ले रही थी और फिर उसने 50 रुपए माँग दिए जिसपर महिला ने देने से इंकार कर दिया। नतीजा यह हुआ कि महिला के भाई का पलास्टर काटे बिना ही बिना पैसे दिए इमरजेंसी वार्ड से बाहर निकाल दिया। लाचार महिला सीएस ऑफिस पहुँची जहाँ सीएस कार्यालय में ताला लगा हुआ पाया। हताश निराश महिला सीएस ऑफिस के बाहर ही अपने माँ और भाइ के साथ बैठी रही तभी किसी ने उसे अस्पताल प्रबन्धक सिद्धार्थ कुमार के पास भेज दिया जहाँ महिला ने अस्पताल प्रबंधक को पूरी आपबीती सुना डाली। अस्पताल प्रबन्धक ने तत्तकाल आरोपी स्वास्थ्य कर्मी को अपने कार्यालय में बुलाया और उसे जमकर डांट फटकार लगाते हुए पैसे वापस करने और तत्तकाल प्लास्टर काटने को कहा। इस सन्दर्भ में जब आरोपी स्वस्थ्य कर्मी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सब गलत है वह झूठ बोल रही है। वही अस्पताल प्रबन्धक कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।