गोपालगंज में विजयीपुर के जगदीशपुर पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में बड़े पैमाने पर धांधली
गोपालगंज में विजयीपुर प्रखंड के जगदीशपुर पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में बड़े पैमाने पर धांधली बरती गयी है। यही इस पंचायत के कई वार्डो में वर्षो पहले नलजल योजना को पूरा करने के नाम पर पैसे का उठाव कर लिया गया। लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं बना।
गोपालगंज का विजयीपुर प्रखंड जिले के सबसे दूर और यूपी के देवरिया से सटा हुआ इलाका है। इसी प्रखंड में जगदीशपुर पंचायत है। इस पंचायत में जाने के लिए विजयीपुर से देवरिया जाने के रास्ते में करीब 10 किलोमीटर का यूपी का सफर तय करना पड़ता है। यहाँ काफी मशक्कत के बाद पहुचा जा सकता है। जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है की यहाँ अधिकारिओ को पहुचना तो दूर यहाँ सरकार की महत्वाकाक्षी योजनाओ को पहुचने में भी वर्षो लग जाते है। इसके बाद भी यहाँ सरकारी योजनाये अभी तक पूरा नहीं हो सकी है।
ग्रामीणों के मुताबिक जगदीशपुर पंचायत के बडहडा गांव में ढाई या तीन साल पहले नलजल योजना के तहत पानी टंकी का नीव डाला गया। कुछ पाइप भी बिछाए गए। ग्रामीणों को उम्मीद जगी की यहाँ अब उन्हें शुद्ध पेयजल मिलेगा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
ग्राउंड रिपोर्ट में देखा गया की यहाँ पानी टंकी का क्या हाल है। यहाँ टंकी का नीव सिर्फ जमीन पर ही बना है। यहाँ पानी के लिए पाइप भी किस हालत में है। यह साफ़ देखा जा सकता है।
ग्रामीणों के मुताबिक जगदीशपुर पंचायत के बडहडा, रामनगर, रनदे बन्दे, मठिया जैसे कई गांव है। जहा 6 आंगनबाड़ी केंद्र का भवन का निर्माण करना था। वह पूरा नहीं हुआ। नलजल योजनां यहाँ किसी भी पंचायत में पूरी नहीं हुई। मुख्यमंत्री ग्रामीण सडक योजना से आज भी इस इलाके के गांव वंचित है।
ग्रामीणों के मुताबिक यहाँ सभी सरकारी योजनाओ में खानापूर्ति की गयी है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने बीडीओ, मुखिया और पंचायत सचिव से शिकायत भी की। लेकिन इसपर कुछ भी ध्यान नहीं दिया गया।
पंचायत की मुखिया बिंदा देवी से बात की गयी तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी नहीं बताया। उनके प्रतिनिधि संजय साह और पंचायत सचिव संजय कुमार और विजयीपुर की बीडीओ अंजू कुमारी ने कहा की उन्हें मीडिया से मिलने की इजाजत नहीं है।
जब इस मामले में डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी से बात की गयी तो उन्होंने कहा की इस पंचायत के बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी। मीडिया से जानकारी मिली है। वे इस पंचायत के योजनाओ की जाँच करेंगे और शिकायत सही पाए जाने पर कार्यवाई की जाएगी।