गोपालगंज: तेज़ रफ़्तार ट्रक की चपेट में आने से वृद्ध की दर्नाक मौत, ट्रक छोड़ चालक हुआ फ़रार
गोपालगंज: हमेशा सड़क दुर्घटना कहीं न कहीं से सुनने को मिल रही है। लेकिन मंगलवार की देर रात थाना क्षेत्र के बगही बाजार में पूरब दिशा से अनियंत्रित व तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक के चपेट में आने से एक वृद्ध की मौत हो गई। वहीं इस घटना में ट्रक चालक की क्रूरता भी नजर आई। जो वृद्ध को घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी तक घसीटता रहा।
बताया जा रहा है कि थाना क्षेत्र के रामदास बगही निवासी गणेश प्रसाद जायसवाल बगही बाजार स्थित अपने दुकान पर सोए हुए थे। वहीं दुकान के बगल में स्थित मंदिर परिसर में छठियार का कार्यक्रम था। घरवालों ने बताया कि दुकान की सुरक्षा को लेकर गणेश प्रसाद जायसवाल वहां सोए हुए थे। वहां से लौटते वक्त पूरब दिशा से अनियंत्रित एवं तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक के चपेट में आने से यह घटना घटी।
परिजनों का आरोप है कि गणेश प्रसाद जायसवाल के ट्रक के चपेट में आने की बावजूद ट्रक चालक गाड़ी रोक दी होती तो उनकी जान बच सकती थी। लेकिन ट्रक ड्राइवर वृद्ध को 100 मीटर तक घसीटता रहा। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
वही ट्रक चालक के गाड़ी को लेकर भागने के दौरान बगही मोड़ पर झोपड़ी नुमा होटल को नुकसान पहुंचा एवं बगल में बिजली का खंभा भी ट्रक के धक्के से टूट चुका है। जिस समय बिजली का खंभा टूटा उस समय बिजली सप्लाई चालू थी। अगर बिजली का खंभा टूट कर नीचे गिर जाता तो अगल बगल सोए दुकानदारों को भी अपने लपेटे में ले सकता था। जिससे बड़ी अनहोनी घटित हो सकती थी। वहीं घटना के बाद ग्रामीणों के अथक प्रयास के बाद ट्रक को पकड़ा गया। लेकिन ट्रक का चालक गाड़ी छोड़कर भागने में सफल रहा।
बता दें कि विगत कुछ वर्षों से बगही में भी पुलिस पिकेट है। लेकिन पुलिस के रहते हुए ग्रामीणों ने ट्रक को पकड़ा। जिससे परिजन प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर देर रात पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज भेज दिया।
बुधवार को शव के पोस्टमार्टम से आने के बाद परिजन स्थानीय प्रशासन पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए बगही-भोरे मुख्य पथ पर शव को रख वरीय पदाधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहे थे। मामले की सूचना मिलने के बाद पहुंचे थाना प्रभारी सुमन कुमार मिश्र, पुलिस सहायक अवर निरीक्षक महावीर उरांव, सुनील कुमार, सीआई राजेन्द्र सिंह, हल्का कर्मचारी प्रमोद ठाकुर, जनप्रतिनिधि मनीष मिश्र, चंदन मिश्र, अरबिंद मिश्र व अन्य लोगों ने परिजनों को शांत कराया। जिसके बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।