हिंदी विद्यापीठ के प्रमाण पत्रों को राज्य सरकार ने अमान्य करार दिया
देवघर के हिंदी विद्यापीठ से पढ़ाई करने वाले छात्रों को बड़ा झटका लगा है. राज्य के किसी भी नौकरी व प्रमोशन में इस संस्थान से हासिल किए गये मैट्रिक, इंटर और स्नातक की प्रमाण पत्रों को राज्य सरकार ने अमान्य करार दिया है. इसका अर्थ यह हुआ कि अब यहां से पढे छात्रों की डिग्री की कोई कीमत नही है.
नीतीश सरकार ने 7 मई 2012 के पहले वाले सर्टिफिकेट को सही माना है जबकि अन्य को अमान्य करार दिया है. इस बाबत सामान्य प्रशासन ने आदेश भी जारी कर दिया है.
आपको बता दें कि नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति में भी देवघर हिंदी विद्यापीठ के सभी तरह के प्रमाणपत्र को अमान्य करार दिए जाने की सूचना शिक्षा विभाग को पहले ही दी जा चुकी है.