बिहार

गिरफ्तारी के आदेश के बाद आईपीएस पुष्कर आनंद फरार

महिला डीएसपीके यौन शोषण व उत्पीडऩ में फंसे 2009 बैच के आईपीएस की मुश्किलें काफी बढ़ गई है।आईपीएस पुष्कर आनंद के खिलाफ गिरफ़्तारी का आदेश जारी हो गया है। आदेश ज़ारी होने के बाद आईपीएस अपने कार्य क्षेत्र से गायब हैं। उनसे फोन पर भी संपर्क नहीं हो पा रहा है।

जब इस बाबत उनसे पूछताछ के लिए उनके कार्यालय में संपर्क किया गया तो कार्यालय में पदस्थापित एक सिपाही ने बताया कि साहब तो कल शाम से ही बाहर गए हैं। दो-तीन दिनों के बाद ही उनसे मुलाकात हो सकती है।

सनद रहे कि पुष्कर के विरुद्ध कैमूर की तत्कालीन डीएसपी निर्मला ने उत्पीड़न का मामला दर्ज़ करवाया था जाँच के दौरान आरोप सही साबित हो गए है।

उल्लेखनीय है कि राज्य पुलिस महकमे को भौचक्क और सन्न करने वाली घटना जिसमे डीएसपी ने प्रेस कोन्फेरेंस कर एसपी पर बेहद संगीन और गंभीर आरोप लगाये थे। घटना की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने तीन सदस्यी जांच कमिटी का गठन किया था।
कैमूर में एसपी पद पर तैनाती के दौरान महिला पुलिस अधिकारी का यौन शोषण के आरोपों में फंसे 2009 बैच के आइपीएस अधिकारी पुष्कर आनंद की मुश्किलें बढ़ गई हैं। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की आइजी अनुपम निलेकर चंद्रा की अध्यक्षता वाली आइपीएस अधिकारियों की तीन सदस्यीय जांच कमेटी ने पुष्कर को दोषी पाते हुए उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करने की अनुशंसा कर दी है।

जांच कमेटी में आइपीएस अधिकारी राजेश कुमार और हरप्रीत कौर बतौर सदस्य हैं। राज्य पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि महिला पुलिस अधिकारी के आरोप सत्य हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि उस समय कैमूर की एसडीपीओ रही निर्मला कुमारी ने जांच कमेटी के सामने जो साक्ष्य पेश किए हैं, उससे साबित होता है कि एसपी पुष्कर आनंद ने शादी के नाम पर उनका यौन उत्पीडऩ किया है। जब पुष्कर आनंद से पूछताछ की गई तो उन्होंने भी आरोपों को स्वीकार किया है, लेकिन शादी करने से इन्कार की वजह दोनों की जन्मकुंडली का मेल नहीं खाना बताया।

डीएसपी स्तर की महिला पुलिस अधिकारी ने 30 दिसंबर, 2014 को कैमूर में एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर पुष्कर आनंद पर आरोप लगाया था कि उन्होंने शादी का झांसा देकर उनका महीनों यौन उत्पीडऩ किया। महिला अधिकारी के सनसनीखेज आरोप के बाद गृह विभाग ने उनका तत्काल स्थानांतरण कर उन्हें आरा स्थित बीएमपी के घुड़सवार दस्ते (एमएमपी) के कमांडेंट पद पर तैनात कर दिया था। वे अभी इसी पद पर तैनात हैं।

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