गोपालगंज: माले ने मनाया धिक्कार दिवस, मृतक परिवारों को 30-30 लाख मुआवजा देने की मांग
गोपालगंज: लॉक डाउन में प्रवासी मजदूरों का जनसंहार क्यों, केंद्र की मोदी सरकार जबाब दो, लॉक डाउन में प्रवासी मजदूरों के जनसंहार के जिम्मेवार मोदी सरकार शर्म करो। इत्यादि नारे व मांग के साथ विशाखापट्नम में जहरीली गैस से रिसाव के कारण 11 लोगों की मौत और 800 लोगों के अस्पताल में भर्ती होने के बाद महाराष्ट्र के औरगाबाद में 16 प्रवासी मजदूरों को ट्रेन द्वारा रौंद कर मार दिए जाने के खिलाफ भाकपा माले ने राष्ट्रव्यापी शोक व धिक्कार दिवस को काली पट्टी बांध कर धरना देकर विरोध जताया।
धरना को संबोधित करते हुए भाकपा माले नेता अजात शत्रु ने कहा कि मोदी सरकार बगैर सोचे समझे नोट बंदी किया लगभग 150 सौ लोग मरे। ठीक उसी तरह कोरोना महामारी से निपटने के लिए बगैर सोचे समझे अचानक लॉक डाउन लगा दिया। जिसके कारण प्रवासी मजदूरों को अपने-अपने घर जाते वक्त विभिन्न जगहों पर लगभग 25 लोगो की मौत हुई। अजात शत्रु ने जनसंहार में मारे गए मृतक के परिवारों को 30-30 लाख रुपया मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा किं मजदूरों को किराए में उलझाकर प्रवासी मजदूरों को घर वापसी का केंद्र व् राज्य सरकार कोई इंतजाम नही कर रही है।