गोपालगंज: पीपीआर रोग से बचाव के लिए पचास हजार भेड़ बकरियों का किया जाएगा टीकाकरण
गोपालगंज के उचकागांव प्रखंड क्षेत्र में भेड़, बकरियों आदि छोटे पशुओं को पीपीआर रोग से बचाव के लिए 20 फरवरी से टीकाकरण अभियान प्रारंभ किया गया है। जो 5 मार्च तक चलता रहेगा। जिसमें लगभग पचास हजार पशुओं का निशुल्क टीकाकरण किया जाएगा।
इस संबंध में प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डॉ रंजीत कुमार ने बताया कि पीपीआर रोग 4 माह से 1 वर्ष तक के भेड़ बकरियों आदि छोटे पशुओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। इस बीमारी के चपेट में आने से पशुओं में तेज बुखार का आना शुरू हो जाता है, पशु सुस्त होने लगते हैं, पशुओं के बाल खड़े हो जाते हैं और छींक आने लगते हैं। पशुओं के आंख, मुंह और नाक से पानी का स्राव होने लगता है। जो आगे चलकर गाढ़ा हो जाता है। आंखों की पलक सट जाती हैं। पशुओं को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। बीमारी के दो-तीन दिन के बाद मुंह के अंदर का भाग काफी लाल हो जाता है। बाद में मुंह, मसूड़ा, जीभ एवं जबड़े के आंतरिक त्वचा पर मोटे मोटे भूरे रंग के धब्बे देखे जाते हैं और पतला दस्त होने लगता है। रोग ग्रस्त पशुओं की 1 सप्ताह के अंदर मृत्यु होने लगती है।
इस संबंध में प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रंजीत कुमार ने बताया कि पशुओं की यह बीमारी छुआछूत की संबंधित बीमारी है। संक्रमित पशुओं के चपेट में आने से अन्य पशुओं की भी मौत होने लगती है। इस विषाणु जनित बीमारी का कोई विशिष्ट उपचार नहीं है। परंतु पीपीआर की दवा लेने के पश्चात लगभग 3 वर्षों तक पशु सुरक्षित रहते हैं।
इस संबंध में प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डॉ रंजीत कुमार ने बताया कि इसके बचाव के लिए निशुल्क टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें प्रखंड के सभी गांवों में पंचायतवार सरकारी स्तर पर प्रमाणित निजी चिकित्सकों के माध्यम से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। जो अगले 5 मार्च तक चलता रहेगा।