गोपालगंज में शादी होने के बाद दुल्हन हुई लापता, ग्रामीणों ने दूसरी लडकी से दूल्हा की रचाई शादी
गोपालगंज: अग्नि के सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ निभाने का संकल्प लेनेवाली दुल्हन विदाई होने से ठीक पहले लापता हो गयी। दुल्हन के परिजनों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी। वहीं दूसरी तरफ गांव में यह बात फैलते ही अफरा-तफरी मच गयी।
बताया जाता है की मांझा थाना क्षेत के शेख परसा गांव निवासी अमरनाथ प्रसाद कुशव्हा की पुत्री मनोरमा कुमारी की शादी उत्तरप्रदेश के कुशीनगर जिला के तारया सुजान थाना क्षेत्र के भगवान पुर गांव निवासी डॉक्टर घनश्याम कुमार वर्मा के पुत्र सुधीर कुमार वर्मा से तय हुई थी। हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार मनोरमा के पिता तिलक भी शक्ति के अनुसार धूम धाम से चढ़ाया तथा निर्धारित तिथि के अनुसार डॉक्टर घनश्याम कुमार वर्मा ने अपने पुत्र सुधीर का बरात लेकर 26 फरवरी को धूम धाम से पहुचे और शादी भी पुरे विधि विधान के अनुसार हुई। शादी होने के बाद जब विदाई कराने के लिए लड़के वाले कहने लगे तब पता चला कि दुल्हन लापता हो गयी। लड़का वाले के खुशी पर पानी फिर गया। उनके के जैसे जमीन तले पैर ही खिसक गयी। लड़की वाले लड़की की खोज बिन में लगे हुए थे, परन्तु लड़की की पता कही नही चला। इस घटना को देख ग्रामीणों के सहयोग से इसी गांव के गरीब किसान अर्जुन प्रसाद कुशवाहा की पुत्री चिंता कुमारी से सुधीर की दूसरी शादी गांव के ही काली मंदिर में कराई गई। अर्जुन प्रसाद कुशवाहा की तीन पुत्री है। जिसमे चिंता बड़ी थी, जो मैट्रिक की परीक्षा इसी वर्ष दी है।
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