गोपालगंज

गोपालगंज में भी पंहुचा तुर्की से इम्पोर्टेड किया हुआ प्याज, नहीं भा रहा लोगों को विदेशी प्याज का स्वाद

गोपालगंज : देश में प्याज की बढती मांग और उसी अनुपात में प्याज की बढ़ी कीमतों को काबू करने के लिए केंद्र सरकार तुर्की सहित कई देशो से प्याज का आयात किया. देश में इम्पोर्टेड प्याज को सभी सब्जी मंडी में भेज भी दिया गया. लेकिन गोपालगंज में इस इम्पोर्टेड प्याज का स्वाद किसी को नहीं भा रहा है. यहाँ तुर्की से आयातित प्याज के खरीदार नहीं मिल रहे है. सस्ता होने के बावजूद इसके ग्राहक नहीं मिल रहे है. जबकि देशी प्याज महंगा होने के बावजूद लोगो की पहली पसंद बना हुआ है. तुर्की से इण्डिया में मंगाया हुआ प्याज देखने में खुबसूरत और आकार में बड़े साइज़ का है. यह प्याज इनदिनों लोगो के लिए कौतुहल का विषय बना हुआ है. करीब सेव और अनार के साइज़ का यह प्याज गोपालगंज के सब्जी बाजार में हर तरफ देखा जा सकता है.

दरअसल देश में प्याज की बढती कीमतों से परेशान आम जनता को सहूलियत देने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने तुर्की से करीब 6090 टन प्याज का इम्पोर्ट किया था. इस इम्पोर्टेड प्याज को देश के सभी सब्जी बाजारों में उपलब्ध भी करा दिया गया है. लेकिन यह प्याज अब गोपालगंज के सब्जी व्यापारिओं के लिए परेशानी का सबब बन गया है.

सब्जी व्यापारी के मुताबिक टर्की से आये इस प्याज को ग्राहक पसंद नहीं कर रहे है. यह प्याज आकार में बहुत बड़ा है. जिसकी वजह से यह सब्जी बनाने के दौरान ठीक से गल नहीं रहा है. इसका स्वाद भी लोगो को पसंद नहीं आ रहा है. जिसकी वजह से ग्राहक इस प्याज को नहीं खरीद रहे है. ग्राहक सिर्फ इंडियन देशी प्याज को ही लाइक कर रहे है.

व्यापारियो के मुताबिक इम्पोर्टेड प्याज की खुदरा कीमत 30 रूपये प्रति किलो से 40 रूपये प्रति किलो में बेचीं जा रही है. जबकि देशी प्याज की कीमत 50 से 55 रूपये प्रति किलो है. देशी प्याज की कीमत ज्यादा होने के बावजूद ग्राहक इसे ही पसंद कर रहे है. जबकि इम्पोर्टेड प्याज का स्वाद लोगो के गले नहीं उतर रहा है.

ग्राहकों के मुताबिक एक दो बार उन्होंने इम्पोर्टेड प्याज को ख़रीदा भी. लेकिन खाने में उसका स्वाद सही नहीं है. इसलिए वे दोबारा इस प्याज को खाने से परहेज करने लगे है.

बहरहाल विदेशी प्याज का यह स्वाद लोगो के गले नहीं उतर रहा है. जबकि देशी प्याज की ज्यादा कीमत चुकाकर भी लोग इसकी जमकर खरीदारी कर रहे है.

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