गोपालगंज: पूर्व मुखिया हत्याकांड में ताबड़तोड़ कई स्थानों पर पुलिस की छापेमारी, हिरासत में दो संदिग्ध
गोपालगंज: पूर्व मुखिया हत्याकांड में पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। दोनों सीवान जिले के रहने वाले है। पुलिस इन दोनों से कड़ी पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान पुलिस को हत्यारों के बारे में कई सुराग हाथ लगे है। इसके आधार पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।
कांड के एकमात्र नामजद आरोपित व जदयू नेता स्व उपेन्द्र सिंह के पुत्र कौशल कुमार सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। हांलाकि अब तक पुलिस को इस मामले में सफलता नहीं मिली है। हत्या में शामिल चार अज्ञात बदमाशों की पहचान पुलिस कर ली है। सभी बदमाश सीवान जिले के रहने वाले है। इन सभी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने कई प्रकार के जाल बिछाए है, लेकिन अब तक यह सभी पुलिस की पकड़ में नहीं आ सके है। पुलिस का मानना है कि हत्या में शामिल चारों अज्ञात बदमाश पुलिस दबिश के कारण भूमिगत हो गए है। लेकिन पुलिस का दावा है कि हत्यारे कहीं भी छिपे हो, उनको निकाल लिया जाएगा। इसके लिए पुलिस लगातार कांड की निगरानी कर रही है।
हत्या की गुत्थी सुलझाने को लेकर पुलिस की विशेष इकाई भी लगी हुई है। पुलिस साइबर सेल के कई एक्सपर्ट तकनीकी सपोर्ट में लगे है। टीम कई संदिग्धों के मोबाइल सर्विलांस पर रखा है जिससे उन लोगों की हर एक गतिविधि को फॉलो किया जा रहा है। साइबर टीम ने उस लोकेशन की सभी मोबाइल नंबरों को लिया है जहां हत्या को अंजाम दिया गया था। जिगना गोपाल स्थित मोबाइल टावर से संबंधित सभी कॉल पुलिस खंगाल रही है। पुलिस पूर्व मुखिया के मोबाइल का सीडीआर निकाली है जिससे उन सभी लोगों को ट्रेस किया जा रहा है जो घटना के कुछ देर पूर्व या सुबह में लंबी बातचीत की है। साथ ही घटना स्थल पर मौजुद उन दोनों लोगों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।
वहीं हत्या के बाद अब तक की पुलिसिया कार्रवाई से पूर्व मुखिया अरूण सिंह के परिजनों में काफी असंतोष है। परिजनों की मानें तो अपराधी क्षेत्र में अपराध कर रहे है लेकिन पुलिस उनपर अंकुश लगाने में विफल हो रही है। परिजनों ने आरोप लगाया कि जदयू नेता उपेन्द्र सिंह हत्याकांड में पूर्व मुखिया अरूण सिंह को गलत ढंग से फंसा दिया गया और सरकार के दबाव में आकर पुलिस तुरन्त उनको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि पूर्व मुखिया अरूण सिंह हत्याकांड में नामजद आरोपित व जदयू नेता उपेन्द्र सिंह का पुत्र कौशल कुमार सिंह को अब तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। परिजनों ने पुलिस पर सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है।