गोपालगंज पहुंचे राजस्थान के अधिकारी, बिहार के बाद अब राजस्थान सरकार भी करेगी शराबबंदी
गोपालगंज: बिहार के बाद अब राजस्थान सरकार भी शराबबंदी जैसा कोई बड़ा कानून ला सकती है। बिहार में शराब बंदी के सक्सेस रिपोर्ट के बाद राजस्थान सरकार भी अपने प्रदेश में शर्ब बंदी लागु करने पर विचार कर रही है। इसको लेकर राजस्थान के अधिकारिओं की चार सदस्यीय टीम इन बिहार के दौरे पर है। इस टीम के सदस्य दो दिनों से गोपालगंज में है और यहाँ शराबबंदी से जुड़े कानून और उसको अमल करने की निति को लेकर सर्वे कर रहे है
बता दे की अब राजस्थान की सरकार भी बिहार की तर्ज पर शराब बंदी जैसा कानून लाने जा रही है। इसको लेकर सरकार ने पहल भी शुरू कर दी है। गोपालगंज में राजस्थान सरकार की सदस्यी टीम इनदिनों शराब बंदी से जुड़े आंकड़े इकठ्ठा कर रही है। यहाँ टीम के सदस्य यूपी की सीमा से सटे गोपालगंज के इलाके का सर्वे कर रही है। उत्पाद विभाग के अधिकारिओ के साथ बैठक कर रही है। और इसके साथ गोपालगंज के कुछ वैसे गांवो का भी सर्वे कर रही है जहा शराब बंदी के बाद वहा के लोगो के रहन सहन और उनके जीवन स्तर पर बड़ा बदलाव आया है।
गोपालगंज के डीएम अरशद अजीज ने बताया कि राजस्थान में भी शराबबंदी से जुड़ा कोई स्कीम लाने पर विचार हो रहा है। इसी को लेकर वहा के अधिकारिओ की टीम यहाँ गोपालगंज में भी स्टडी करने आई है। बिहार शराबबंदी लागू करने में देश में सफल राज्यों में है। जहा पर शराबबंदी तीन साल से लागू है। इसके पूर्व भी देश के दूसरे राज्यों में शराबबंदी कानून लाया गया था। लेकिन वह सफल नहीं रहा था। लेकिन बिहार में यह सफल रहा है। यहाँ की सिस्टम को देखकर राजस्थान के अधिकारिओ को अच्छा लगा। वे भी यहाँ केस का स्टडी करने के बाद वहा अपनी सरकार को रिपोर्ट सौपेंगे।
राजस्थान आबकारी विभाग के अतिरिक्त उत्पाद आयुक्त सीआर देवासी ने बताया कि बिहार सरकार शराब बंदी को लेकर सख्ती से पालन कर रही है। शराब बंदी को कितनी अच्छी तरह से लागू की गयी है और इसकी क्या ख़ास बाते है। इसका स्टडी किया जा रहा है। वे यहाँ की अच्छी बाते अपनी बाते अपनी पालिसी में भी ऐड करेंगे। इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट वसे अपनी सरकार जको सौपेंगे और फिर सरकार इसपर अमल करेगी।
बता दे की राजस्थान में भी उत्पाद विभाग के द्वारा करीब 15 सौ करोड़ सालाना राजस्व प्राप्ति होती है। शराब बंदी के बाद इसकी भरपाई कैसे हो इसको लेकर भी टीम सर्वे कर रही है। इस टीम के सदस्य यह भी सर्वे कर रहे है की शराबबंदी के बाद समाज पर क्या सकारात्मक बदलाव और प्रभाव हुआ है।
इस टीम में उत्पाद आयुक्त संजय दुग्गल , सहायक उत्पाद आयुक्त गजेन्द्र सिंह राजपुरोहित और इश्वर सिंह चौहान शामिल है।