डॉक्टर पंकज नारंग की हत्या को लेकर फैली साम्प्रदायिक अफवाहे
दिल्ली में छोटी से बात पर पीट-पीटकर मारे गये डॉ. पंकज नारंग की हत्या पर साम्प्रदायिक अफवाहे फैलाई जा रही हैं। कुछ लोग आरोपियों को बांग्लादेशी बता रहे हैं। BJP नेता विजेंद्र गुप्ता की पत्नी शोभा विजेंद्र का कहना है कि उन्हें खबर मिली है कि आरोपी बांग्लादेशी हैं। आखिर कैसे कोई भीड़ किसी की हत्या कर सकती है। उनका कहना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए झुग्गी वाले वोट बैंक जरूर हैं लेकिन अब वे दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं और उन्हें सभी के हितों का ध्यान रखना होगा। हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता का कहना है कि झुग्गी में बांग्लादेशी रहते हैं और उन्होंने ही डॉक्टर नारंग की हत्या की है।
इस मामले को लेकर सोशल मीडिया में तरफ-तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं लेकिन पुलिस ने ऐसी खबरों को बकवास बताते हुए कहा है कि कोई भी आरोपी बांग्लादेशी नहीं है और 5 आरोपी हिंदू समुदाय से हैं। पश्चिमी जिले की एडिशनल डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने खुद ट्वीट कर लोगों से अफवाहों से दूर रहने को कहा। इस ट्वीट की तारीफ खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की है।
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर दीपेंद्र पाठक ने कहा कि 9 आरोपियों में से 5 हिंदू समुदाय से हैं और जो 4 आरोपी मुस्लिम समुदाय से हैं वे उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले हैं। अब तक की जांच में ऐसा कोई आरोपी नहीं मिला है जो बांग्लादेश से हो।
इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों की राय भी बंटी हुई है। स्थानीय निवासी संदीप कुमार ने झुग्गी वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से केजरीवाल सरकार आई है अराजकता बहुत ज्यादा बढ़ गई है। कोई भी झुग्गी वाला या ई-रिक्शे वाला लड़ने को तैयार है क्योंकि वह सबसे पहले यही बोलता है कि हमारे पीछे हमारा नेता केजरीवाल खड़ा है। एक अन्य स्थानीय निवासी श्रीकांत के मुताबिक जो हुआ वह बेहद दुखद है लेकिन जिस तरह से घटना को झुग्गीवाला बनाम उच्च वर्ग या हिंदू बनाम मुस्लिम का रंग दिया जा रहा वह बिल्कुल गलत है।
आरोपियों के परिवार और पड़ोसियों का कहना है कि उन्हें इस घटना पर बेहद अफसोस है। लेकिन इस तरह की अफवाहें क्यों उड़ाई जा रही हैं उन्हें खुद समझ में नहीं आ रहा। डा पंकज का परिवार सदमे में है। भावनाओं के भंवर में फंसे लोगों ने पीड़ित परिवार से मिलने आए आप विधायक जरनैल सिंह और दिल्ली सरकार के मंत्री सतेंद्र जैन के खिलाफ नारेबाजी कर उनको वापस भेज दिया।