गोपालगंज: पुराने तालाब व बड़े जल स्त्रोत पर कब्जा करने वाले लोगों के विरुद्ध चलाया जाएगा अभियान
गोपालगंज: जल, जीवन व हरियाली अभियान के तहत पुराने तालाब व बड़े जल स्त्रोत पर कब्जा करने वाले लोगों के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान जिले के सभी 14 प्रखंड में एरियल सर्वे के दौरान चिह्नित किए गए 3130 परंपरागत जलस्त्रोत से अतिक्रमण हटाया जाएगा। इस अभियान के तहत प्रथम चरण में लोगों को खुद ही अतिक्रमण छोड़ देने के लिए कहा जाएगा। इसके बाद भी अतिक्रमण करने वाले लोग अतिक्रमण नहीं छोड़ते हैं तो बड़ी कार्रवाई की जाएगी। ताकि पुराने जल स्त्रोत को उनके पुराने स्वरूप में लाया जा सके।
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि जिले के सभी चौदह प्रखंड में पुराने जल स्त्रोत को अतिक्रमण से मुक्त कराने की योजना तैयार की गई है। पहले चरण में जिले के तीन प्रखंड विजयीपुर, थावे व उचकागांव के 38 पंचायतों में जल स्त्रोतों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए अभियान की शुरुआत की जा चुकी है। शेष बचे 11 प्रखंड में हवाई सर्वे से नए आंकड़े सामने आए हैं। इन आंकड़ों के अनुसार पूरे जिले में 3130 पुराने तालाब व पारंपरिक बड़े जलस्त्रोत हैं। जिन्हें अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए अभियान चलाने की जरुरत है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि पानी के अविवेकपूर्ण दोहन तथा जल संरक्षण पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिए जाने के कारण भू-गर्भ जल में लगातार गिरावट दर्ज को देखते हुए यह अभियान प्रारंभ किया गया है। इसके तहत जलस्त्रोतों पर अतिक्रमण करने वाले चिह्नित किए गए सभी लोगों के विरुद्ध संबंधित अंचल में अतिक्रमण वाद प्रारंभ किया जाएगा। अतिक्रमण वाद की सुनवाई के बाद संबंधित अंचल पदाधिकारी सरकारी जल स्त्रोत पर किए गए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई करेंगे। इस अभियान में अतिक्रमित जल स्त्रोत पर निर्मित किए गए सभी दुकान व मकान को तोड़ा जाएगा।