उमर और अनिर्बान की न्यायिक हिरासत 14 दिन बढ़ी
महज 24 घंटे के अंदर उमर और अनिर्बान को दूसरी बार झटका लगा है। देशविरोधी नारे लगाने के आरोप में जेल में बंद जेएनयू छात्र उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी गई। वहीं ऐसी खबरें भी हैं कि दिल्ली पुलिस की एक टीम ने दोनों आरोपी छात्रों का लैपटॉप भी सीज किया है। सोमवार को यूनिवर्सिटी कमिटी ने अपनी जांच में जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर, अनिर्बान समेत 21 और छात्रों को भी दोषी मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पेशी विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई। वहीं दिल्ली हाई कोर्ट कन्हैया के खिलाफ जनहित याचिका को खारिज की, याचिका में जमानत की शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था। हाई कोर्ट ने कहा कि मामले में दखल की जरूरत नहीं है। इस बीच मंगलवार को जेएनयू छात्रों ने उमर और अनिर्बान की रिहाई के लिए संसद भवन तक मार्च किया।
सनद रहे कि सोमवार को जेएनयू की एक उच्चस्तरीय समिति ने नौ फरवरी को हुए राष्ट्रविरोधी नारेबाजी वाले कार्यक्रम में कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और दो अन्य छात्रों को दोषी करार दिया है। कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में इन सभी छात्रों को निकालने की भी सिफारिश की है। नौ फरवरी को हुए विवादित कार्यक्रम के संबंध में एबीवीपी से जुड़े और जेएनयू छात्र संघ के सचिव सौरभ शर्मा और महासचिव रामा नागा को भी नोटिस जारी किया गया है।