गोपालगंज पहुंचे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, मृतक ठेकेदार रमाशंकर सिंह के परिवार से की मुलाकात
गोपालगंज में बीते 29 अगस्त को जो घटना हुई थी वह अत्यंत ही दर्दनाक घटी थी। चीफ इंजिनियर के द्वारा रिश्वत न देने के कारण एक ठेकेदार को सरकारी क्वार्टर में जलाकर हत्या कर दी गयी। ये बाते पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने गोपालगंज में कही। वे आज शनिवार को गोपालगंज के आईबी में मीडिया से बात कर रहे थे।
उदय नारायण चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव के द्वारा गठित टीम गोपालगंज में आई है और मुआयना कर रही है की आखिर वास्तविकता क्या है। उन्होंने कहा की मृतक ठेकेदार रमाशंकर सिंह के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। उनका हालचाल जाना। रमाशंकर सिंह के पुत्र से मिले। इसके साथ ही मृतक के बड़े भाई शिवशंकर सिंह से भी मुलाकात की। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की अपने बकाये राशि के लिए ठेकेदार के द्वारा अपने बकाये भुगतान की मांग की जा रही थी। उन्होंने कहा की हमलोग परम्परागत तरीके से सुनते आ रहे थे की इंजिनियर साहब एक ख़ास प्रतिशत लेते है और ठेकेदार लोग देते भी है। लेकिन गोपालगंज की घटना इससे बढ़कर है। उदय नारायण चौधरी ने कहा की जिस भवन और दफ्तर को रमाशंकर सिंह के द्वारा बनाया गया था। उस भवन को और दफ्तर को चीफ इंजिनियर मुरलीधर सिंह के द्वारा हैण्डओवर भी नहीं कराया गया था और बिना हैण्डओवर कराये उसमे रह भी रहे है और उनका दफ्तर भी चल रहा है यह तो आश्चर्य है और ठेकेदार के ऊपर दबाव भी बनाया जा रहा था की पैसे के कमीशन के लिए। इंजिनियर के नाजायज मांग को वे देना नहीं चाहते थे। इसलिए उनके ऊपर तेल छिड़कर जला दिया गया।
अब केस को डाइवर्ट किया जा रहा है। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का लगता है। सबसे बड़ी जाँच का विषय है की बिना हैण्ड ओवर लिए मुरलीधर सिंह ने कैसे कार्यालय और आवास बना लिया जो गैर क़ानूनी है। चीफ इंजिनियर के सभी भुगतान और कामो के जाँच होनी चाहिए।
इस मौके पर बरौली विधायक मो नेमतुल्लाह, राजद जिलाध्यक्ष रियाजुल हक़ राजू, युवा राजद नेता फैज अकरम भी मौजूद थे।