गोपालगंज में भवन निर्माण के बकाये पैसे की मांग करने गए ठेकेदार को जिन्दा जलाया, हुई मौत
गोपालगंज में भवन निर्माण के बकाये पैसे की मांग करने गए ठेकेदार को जहा जिन्दा जला देने का मामला सामने आया है। वही जलने से गंभीर रूप से घायल ठेकेदार को गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया गया जहाँ रास्ते में ही ठेकेदार की मौत हो गयी। आरोप है की भवन निर्माण के बाद पैसे के भुगतान के लिए मुख्य अभियंता के द्वारा 15 लाख रूपये घुस की मांग की जा रही थी। घटना नगर थाना के गंडक कॉलोनी स्थित गंडक विभाग के चीफ इंजिनियर के आवास की है। मृत ठेकेदार का नाम रमाशंकर सिंह है। वे गंडक विभाग और भवन निर्माण विभाग में क्लास वन के ठेकेदार थे। रमाशंकर सिंह नगर थाना के राजेंद्र नगर मोहल्ले के रहने वाले थे।
बताया जाता है कि गंडक विभाग के द्वारा गंडक कॉलोनी में मुख्य अभियंता का आवास का निर्माण कराया गया था। इस आवास के निर्माण का ठेका रमाशंकर सिंह को मिला था। मृत रमाशंकर सिंह के बेटे राणा प्रताप सिंह के मुताबिक चीफ इंजिनियर के आवास का निर्माण करीब 1 करोड़ 52 लाख रूपये की लागत से कराया गया था। जिसमे भवन निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद भी करीब 60 लाख रूपये का भुगतान लंबित था। आरोप है की 60 लाख रूपये के भुगतान के लिए मुख्य अभियंता इंजिनियर मुरलीधर सिंह के द्वारा 15 लाख रूपये की घुस की मांग की जा रही थी। जिसको लेकर कई माह से पेमेंट नहीं किया जा रहा था। इसी पेमेंट को लेकर आज रमाशंकर सिंह मुख्य अभियंता मुरलीधर सिंह के नवनिर्मित आवास पर गए थे। इसी दौरान गार्ड रूम में उनके शरीर में आग लगाकर उन्हें जिन्दा जलाने का प्रयास किया गया।
आग लगने से गंभीर रूप से घायल ठेकेदार को गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया गया जहाँ रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी।
वहीं जैसे ही ठेकेदार रमाशंकर सिंह की मौत की खबर लोगों को मिली स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और एनएच 28 को जाम कर दिया। आक्रोशित लोग चीफ इंजिनियर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ़्तारी की मांग और मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी की मांग को लेकर नगर थाना के यादोपुर चौक पर एनएच 28 को जाम कर दिया। लोगों के हंगामा और एनएच पर घंटो आगजनी की वजह से कई किलोमीटर लम्बा जाम लग गया है। हालाकि प्रशासन के द्वारा लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत करा दिया गया है और शव को भारी सुरक्षा के बीच पोस्ट मार्टम के लिए सदर अस्पताल में भेज दिया गया। घटना के बाद एसपी ने एफएसएल की टीम को जाँच की जिम्मेदारी दी है। इसके अलावा मामले की जाँच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। मृतक का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड के द्वारा किया जायेगा। ताकि मौत के कारणों का स्पष्ट पता चल सके। वही पुलिस ने चीफ इंजिनियर के आवास से ठेकेदार का कपडे और जींस पेंट जब्त कर लिया है। जिसमे आग अभी भी सुलग रही थी।