गोपालगंज में रेलवे ढाला बंद होने से नाराज ग्रामीणों का एक दिवसीय धरना, जमकर किया नारेबाजी
चुनावी घोषणा के बाद गोपालगंज में लगातार वोट बहिष्कार के मामले सामने आ रहे है। ताजा मामला थावे प्रखंड के सेमरा गाँव का है। जहा के सैकड़ो ग्रामीणों ने आज रविवार को वोट बहिष्कार का एलान किया और एक रेलवे क्रासिंग चालू करने के लिए रेल की पटरी पर बैठकर एक दिवसीय धरना दिया। सेमरा गाँव के लोगो का कहना है कि जबतक उनके गाँव में पूर्व की तरह रेलवे का क्रासिंग नहीं बन जाता है। तबतक उसका आन्दोलन जारी रहेगा और इस गाँव के लोग किसी भी दल को अपना वोट नहीं देंगे।
दरअसल थावे-कम्प्तानगंज-गोरखपुर रेलखंड पर पूर्व में सेमरा गाँव के समीप रेलवे ढाला था। लेकिन रेलवे के द्वारा अमानपरिवर्तन कार्य के बाद सेमरा गाँव के इकलौते रेलवे क्रासिंग को बंद कर दिया। सेमरा गाँव के बुजुर्ग शम्भू प्रसाद के मुताबिक इस ढाला के बंद होने से सेमरा के अलावा कई गांवों के लोगो को कई किलोमीटर की दुरी तय थावे और गोपालगंज जाना पड़ता है। जिसकी वजह से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
अपनी परेशानी को लेकर ग्रामीणों ने रेलवे के पदाधिकारियो से लेकर जनप्रतिनिधियो तक हर जगह गुहार लगायी। लेकिन यहाँ रेलवे क्रासिंग दोबारा चालू नहीं किया जा सका है। अपनी इन्ही मांगो को लेकर आज ग्रामीणों ने रेल की पटरी पर खड़ा होकर वोट बहिष्कार के नारे लगाये और मांगो को लेकर एकदिवसीय धरना पर बैठे है। ग्रामीणों ने कहा है की क्रासिंग नहीं तो वोट नहीं।
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