गोपालगंज में प्रेमी जोड़े के ज़िद के सामने झुके परिजन, पति-पत्नी के रूप में साथ रहने की दी स्वीकृति
गोपालगंज में प्रेमी जोड़े के जिद के आगे आखिरकार परिजनों को झुकना पड़ा और उन्हें पति पत्नी के रूप में साथ रहने की सामाजिक रूप से स्वीकृति देनी पड़ी।
बताया जाता है कि भोरे थाने के खदही गांव निवासी शिवरत्न मांझी की छोटी पुत्री बाबुन्ति कुमारी थाने के बनकटा जागीरदारी गांव के अपने जीजा इंदल मांझी के छोटे भाई बिंदल मांझी के साथ पिछले 6 माह से प्रेम कर रही थी। दोनों का लुक-छिप कर मिलना जारी था। दोनों एक साथ जीने मरने की कसमें खा चुके थे। जब इसकी जानकारी परिजनों को हुई तो दोनों को समझाने-बुझाने का काफी प्रयास किया गया। लेकिन दोनों अपनी जिद पर अड़े रहे। तब बाबुन्ति की मां कलावती देवी अपनी बड़ी बेटी और अन्य परिजनों के साथ बनकटा जागीरदारी पंचायत की मुखिया सरिता देवी के दरवाजे पर पहुंची। वहां पंचायत बैठी। लड़के और लड़की दोनों को समझाने-बुझाने का काफी प्रयास किया गया। लेकिन दोनों नहीं माने और शादी कर एक साथ रहने के निर्णय पर अडिग रहे। तब परिजनों ने उनके इस निर्णय के आगे झुकते हुए दोनों को पति पत्नी के रूप में साथ रहने की स्वीकृति देने का निर्णय लिया। मामले में एक पंचनामा बनाया गया। जिसमें लड़का लड़की के अलावे दोनों पक्षों, पंचों और ग्रामीणों का हस्ताक्षर भी हुआ।
मौके पर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि डॉ श्री राम सिंह, बीडीसी हरकेश चौहान, डूमर नरेंद्र, पंचायत से बीडीसी अवधेश सिंह, राजेश सिंह, खदही पंचायत से बीडीसी केशव मिश्र आदि मौजूद थे।