गोपालगंज के बैकुंठपुर में मारपीट की घटना में घायल अधेड़ की हुई मौत, परिजनों में मचा कोहराम
गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाने के बखरी गांव में मारपीट के दौरान घायल एक अधेड़ की मौत हो गई। मृतक राजबली महतो 50 वर्ष थे। घटना का कारण मुर्गी फार्म से संबंधित उत्पन्न विवाद बताया जा रहा है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गोपालगंज भेज दिया है।
घटना के संबंध में बताया गया कि राजबली महतो गांव में हीं मुर्गी फार्म चलाते थे। मुर्गी फार्म के विवाद को लेकर ही कुछ लोगों से उसे बकझक शुरू हो गया। विवाद के दौरान राजबली महतो के सिर पर लाठी-डंडे से प्रहार किया गया, जिससे वे जख्मी हो गये। परिजनों ने बताया कि जख्मी हालत में राजबली महतो को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैकुंठपुर में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे घर भेज दिया। गुरुवार की रात राजबली महतो की मौत घर पर ही हो गई।
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण महतो ने पुलिस बल के साथ बखरी पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में मृतक के परिजनों द्वारा अब तक आवेदन नहीं दिया गया है। आवेदन मिलने के बाद हत्या की प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
वहीं राजबली महतो की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। अपने परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य राजबली महतो की मौत के बाद पांच बेटे-बेटियों की पढ़ाई-लिखाई व शादी- विवाह पर ग्रहण लग गया है। पति के शव के समीप विलाप कर रही पत्नी रीता देवी बार-बार अचेत हो जा रही थी। बेटा कमल महतो, रमन महतो तथा रोहित महतो का रो-रोकर बुरा हाल है। 17 वर्षीय बेटी चंदा व 10 वर्षीय बेटी नेहा पिता की मौत से पूरी तरह स्तब्ध है। चंदा की शादी का सपना संजोए राजबली महतो पूरी मेहनत से कमाई कर रहे थे, ताकि अच्छे घराने में बेटी की शादी कर सके। लेकिन उसकी मौत के बाद बेटी के हाथ पीले करने का सपना टूटता नजर आ रहा है। बेटे -बेटियों की पढ़ाई- लिखाई भी अब समस्या बन कर रह गई है। मुर्गी फार्म चलाकर पांच बेटे -बेटियों व पत्नी का भरण -पोषण करने वाले राज बली महतो की मौत ने पूरे परिवार के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न कर दिया है। राजबली महतो के घर परिजनों को सांत्वना देने वाले लोगों का कलेजा भी चीख-पुकार से दो-टूक हो रहा था। स्थानीय लोग इसी तरह परिजनों को ढांढस बंधा रहे थे।