गोपालगंज: मजदूरो के कल्याण के नाम पर वसूले गए पैसे से सिर्फ अधिकारी कर रहे ऐश
बिहार में मजदूरो के कल्याण के लिए इकठ्ठा किये गए जहा करीब एक अरब 62 करोड़ रूपये 97 लाख रूपये बेकार पड़े हुए है. वही इस पैसे से मजदूरो के विकास के लिए कई कल्याणकारी योजनाये चलायी जा सकती है. लेकिन मजदूरो के कल्याण के नाम पर वसूले गए इस पैसे से सिर्फ अधिकारी ऐश कर रहे है. ये बाते पूर्व जदयू नेता व पूर्व विधायक डॉ दाउद अली ने गोपालगंज में कही. दाउद अली इन दिनों बिहार के कई जिलो का भ्रमण कर मजदूरो को उनका अधिकार दिलाने के लिए जनसंपर्क कर रहे है. बिहार प्रदेश निर्माण मजदुर अभियान समिति के बैनर तले पूर्व जदयू नेता इन दिनों उत्तर बिहार के दौरे पर है.
डॉ दाउद अली ने बताया की वे वैशाली, छपरा, सीवान के बाद गोपालगंज पहुचे है. यहाँ के बाद वे मोतिहारी, चंपारण होते हुए आगामी 10 सितम्बर तक कई जिलो का भ्रमण करेंगे और मजदूरो के कल्याण के लिए अपनी 16 सूत्री मांगो को लेकर संघर्ष करेंगे. उन्होंने कहा की सुचना के अधिकार से तहत मांगी गयी जानकारी के मुताबिक बिहार में करीब एक अरब 62 करोड़ 97 लाख रूपये लेबर सेस से जमा किये गए है. इन पैसे से मजदूरो के कल्याण के लिए योजनाये चलानी है. साथ ही संगठित , असंगठित क्षेत्र के मजदूरो , शिल्पकारो के भविष्य निर्माण के लिए योजनाये बनानी है. लेकिन इन पैसे पर सिर्फ अधिकारी कुंडली मार के बैठे है. बिहार के मजदुर ऐसे ही बदहाली की जिंदगी जीने को विवश है. इसलिए सरकार इन मजदूरो के बच्चो को पढने के लिए स्कूल खोले, आवास उपलब्ध कराये. साथ ही मजदूरो के पेंसन के लिए 5 हजार रूपये उपलब्ध हो. हर भूमिहीन मजदुर को मकान की व्यवस्था हो. अपनी इन्ही सभी मांगो को लेकर वे बिहार के जिलो में जाकर मजदूरो को उनके हक़ की लडाई लड़ने के लिए प्रेरित कर रहे है.