गोपालगंज मंडल कारा में बंद कुख्यात अपराधियो की निगाहबानी में लगी महिला कक्षपाल
लडकिया पुरुषो के मुकाबले किसी भी मामले में कम नहीं है. आज यही आधी आबादी अन्तरिक्ष की सैर कर रही है. ट्रेन और प्लेन उड़ा रही है. कुछ ऐसा ही जज्बा गोपालगंज में आजकल देखने को मिल रहा है. यहाँ युवतिया जेल में बंद कुख्यात अपराधियो की निगाहबानी में लगी हुई है. उनकी ड्यूटी पर मुस्तैदी देखने बनती है.
बिहार के चर्चित जेलों में गोपालगंज के मंडल कारा का नाम शुमार है. यहाँ एक से एक कुख्यात कैदी जेल में बंद है. जबकि इसी जेल में कुख्यात कैदियो ने जेल के चिकित्सक डॉ भूदेव सिंह निर्मम हत्या कर दी थी.
अब इसी जेल की निगरानी महिला कक्षपालो के हवाले है. जेल अधीक्षक संदीप कुमार ने बताया की गोपालगंज जेल प्रशासन के लिए बहुत ही गर्व की बात है की यहाँ 20 महिला कक्षपाल हार्ड ड्यूटी कर रही है. यहाँ महिला जवान सबसे कठिन पोस्ट वाच टावर पर 24 घंटे ड्यूटी करती है. यह महिला शशक्तिकरण का सबसे सटीक उदहारण है. जब महिलाये पुरुषो से कंधे से कंधे मिलाकर काम कर रही है.
जेल के प्रवेश द्वार पर तैनात महिला कक्षपाल हलीमा खातून ने कहा की वे यहाँ चनावे स्थित गोपालगंज मंडल कारा में ड्यूटी कर रही है. यहाँ एक से एक कुख्यात कैदी है. बावजूद इसके वे निर्भय होकर जेल में ड्यूटी कर रही है. वे अत्याधुनिक हथियार एसएलआर भी चला सकती है.
ड्यूटी पर तैनात महिला जवान सीमा कुमारी ने कहा की लडकिया हर क्षेत्र में बेहतर कर रही है. इसलिए वे भी यहाँ मुस्तैदी से ड्यूटी कर रही है. यहाँ किसी भी व्यक्ति को बिना इजाजत के प्रवेश करने की इजाजत है. वे अपना और जेल की हिफाजत करना बखूबी जानती है. सीमा ने कहा की अब समय आ गया है देश की लडकियां उठ खड़ी हो और अपनी ताकत को पहचान कर एक नया मुकाम कायम करे.
बहरहाल गोपालगंज मंडल कारा में पहले प्रयोग के तौर के महिला जवानों की रखा गया था. लेकिन अब यही महिला जवान जेल की सुरक्षा कवच साबित हो रही है.