गोपालगंज महिला अल्पवास केंद्र से 9 माह पूर्व फरार दो लड़कियों का अभी तक नहीं मिला कोई सुराग
महिला अल्प्वास केन्द्रों को लेकर बिहार में जहा सियासी हलचल तेज हो गयी है. वही गोपालगंज का महिला अल्प्वास केंद्र भी शुरू से विवादों में रहा है. यहाँ दो अल्पवास गृह में लायी गयी दो लड़कियां रहस्यमय ढंग से गायब हो गयी. वो लड़कियां अपने घर भी नहीं पहुची. बावजूद इसके 9 माह बाद भी गोपालगंज जिला प्रशासन के द्वारा दोषीओ कर्मिओ के खिलाफ न तो कोई कारवाई की गयी और न ही नगर थाना में कोई प्राथमिकी दर्ज करायी गयी.
गोपालगंज के जादोपुर रोड स्थित सरेया वार्ड में संचालित महिला अल्पवास केंद्र महिला विकास निगम बिहार सरकार के द्वारा संचालित इस संस्था का संचालन छपरा की गैर सरकारी संस्था ईकार्ट के द्वारा चलाया जाता है. लेकिन इस संस्था पर घोर लापरवाही के आरोप लगते रहे है. वही जिस मकान में इस संस्था का सञ्चालन किया जाता है. उस मकान मालिक और आसपास के लोगो ने प्रबंधन पर लडकियो से कई गैर क़ानूनी कार्य करवाने का आरोप लगाया है.
बता दे की बीते 05 अक्टूबर 2017 को यहाँ से दो लड़कियां रहस्यमय ढंग से गायब हो गयी थी. तब मीडिया में खबर आने के बाद जिला प्रशासन के द्वारा नगर थाना में गुमशुदगी की महज सनहा दर्ज कर खानापूर्ति कर दी गयी. जबकि इस घटना के 9 माह बीत जाने के बाद भी अबतक दोषी और लापरवाह कर्मिओ और पदाधिकारियो के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की गयी. यहाँ से गायब लडकिया अभीतक अपने घर भी नहीं पहुची. बावजूद इसके गोपालगंज जिला प्रशासन और प्रबंधन के द्वारा नगर थाना में कोई प्राथमिकी तक दर्ज नहीं करायी गयी है.
स्थानीय निवासी और हम पार्टी के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह राणा ने बताया की इस अप्लवास गृह के सञ्चालन में कई तरह की खामिया है. यहाँ देर रात कई लोग आते जाते थे. यहाँ से लडकियो को देर रात बाहर भी भेजा जाता था. यहाँ कई गैरकानूनी कार्य कराये जाते है. जिसको लेकर उनके द्वारा गोपालगंज जिला प्रशासन को कई बार सुचना भी दी गयी. लेकिन संस्था के संचालक और कर्मिओ के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की गयी. जिस मकान में संस्था का संचालन होता है. उस के मकान मालिक अमित कुमार सिंह ने बताया की यहाँ आये दिन लडकिया और स्टाफ आपस में मारपीट करती थी. यहाँ की लडकिया को स्टाफ के साथ ही बाहर जाती थी. वो रातभर बाहर ही रहती थी. यहाँ बाहरी लड़के भी आते जाते थे. जिसकी वजह से हर कोई परेशान रहता है.
इस मामले में गोपालगंज के डीपीएम प्रेम प्रकाश ने बताया की बीते 05 अक्टूबर 2017 को दो लड़कियां दूजा और अनुराधा लापता हो गयी थी. एक लड़की अनुराधा महाराष्ट्र के ठाणे की रहनी वाली थी. जबकि दूजा कुमारी यूपी के देवरिया की रहने वाली थी. दोनों की गुमशुदगी का सनहा नगर थाना में दिया गया था. डीपीएम ने बताया की वे पूर्व में भी लापरवाही और अनियमितता को लेकर सम्बंधित पदाधिकारी को रिपोर्ट भेजा गया था. साथ ही एनजीओ के खिलाफ एवं ड्यूटी पर मौजूद अधिकारी के खिलाफ रिपोर्ट भेजी गयी थी. बावजूद इसके दोषीओ के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की गयी. जाँच रिपोर्ट में खामियों से सरकार और जिला प्रशासन को अवगत करा दिया गया था. और सभी से शो कॉज भी पूछा गया था.
अब बड़ा सवाल है की आखिर इतने दिनों से चल रहे इस गोरखधंधे और लापरवाही को लेकर दोषीओ पर कारवाई क्यों नहीं की गयी. आखिर किस दबाव में यह कारवाई बाधित रहा.