कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ और निधि केस ने लिया एक नया मोड
कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ और निधि-पंकज मामला रोज-रोज नई करवट ले रहा है. इस मामले में सबसे ताजा खुलासा यह है कि गुरुवार को ही विधायक लड़की के साथ शादी करने के नियत से भोजपुर के बखोरापुर काली मंदिर पहुंचे थे.
काली मंदिर के मीडिया प्रभारी और परिसर के दुकानदारों ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया है कि विधायक ने उनसे मैरिज सर्टिफिकेट की भी मांगकी थी, जिसके नहीं मिलने पर वो नाराज हुए थे.
उधर आज निधि और पंकज को मसौढ़ी कोर्ट में पेश किया गया जहाँ लड़की ने खुद की अपहरण के बात को झूठा बताया और अपनी मर्जी से पंकज के साथ भागने की बात स्वीकार की. उसने कहा कि वह पंकज के साथ रहना चाहती है फिर अदालत ने उसे पति के साथ जाने की इजाजत दे दी. निधि मसौढ़ी की ही रहनेवाली है और इसी थाने में उसको भगाने का केस दर्ज कराया गया था.
इससे पहले कल निधि विधायक के कथित ड्राईवर पंकज के साथ शादी की बात स्वीकार कर एसएसपी मनु महाराज के सामने पेश हुई थी. पंकज ने भी शुक्रवार को दिए अपने बयान में कहा था कि वो गुरुवार को निधि को लेकर बनारस चला गया जहां यमुनेश्वर आश्रम ट्रस्ट, राजघाट में स्थित रविदास मंदिर में दोनों ने शादी कर ली.
इधर विधायक ने भी मीडिया को बताया था कि वो गुरूवार को अपने इलाके में समर्थकों में थे. फिलहाल इस हाईवोल्टेज ड्रामे में बखोरापुर मंदिर के प्रवक्ता के बयान से एक बार फिर से नया मोड़ आ गया है.
सूत्रों कि माने तो सिद्धार्थ ने अपनी राजीतिक करियर बचाने के लिए पंकज को मोहरा बनाया है. वही इससे पहले कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ, ड्राईवर और निधि के साथ पटना के सचिवालय थाना पहुंचे थे. उन्होंने खुद को निर्दोष बताया था. निधि ने भी अपने बयान में विधायक को निर्दोष बताया था.
निधि एसएसपी मनुमहाराज के आवास पर भी जाकर उनसे बात किया. उसने बताया कि उसके पिता उसकी शादी जबरदस्ती करवाना चाहते थे लेकिन वह पंकज से प्यार करती है. अगर वह नही भागती तो उसके पिता उसे जान से मार देते. उन्होंने वाराणसी में जा कर की शादी कर ली है. उसने बताया कि मेरे पापा जिससे शादी कराना चाहते थे वह बदमाश था, पिस्ताल रखता था.