गोपालगंज के बैकुंठपुर में बिहार राज्य खाद्य निगम के गोदामो मे जमकर चल रही है कालाबाजारी
गोपालगंज जिले के बिहार राज्य खाद्य निगम के गोदामो मे कालाबाजारी का बहुत बड़ा खेल चलता रहा है। गोदाम प्रबंधक लखपति और करोड़पति बनने के सपने संजोये गोदामो की स्थिति बद से बदतर कर चुके हैं। गोदामो पर कांटा लगाकर खाद्यान्न जनवितरण प्रणाली के दूकानदारो को दिया जाना है पर गोदाम प्रबंधक ऐसा कुछ नही होने देते।
जिले के बैकुण्ठपुर मे बिहार राज्य खाद्य निगम के गोदाम मे पोलदारों की मदद से खाद्यान्न के बोरे को खोलकर अनाज निकाल दूसरा पैकेट सरेआम बनाया जाता है और जनवितरण प्रणाली के दूकानदारों को बिना तौल किए खाद्यान्न की आपूर्ति की जाती है। इस गोदाम की अस्तव्यस्त स्थिति से सहज ही अनुमान किया जा सकता है कि गरीबो को मिलने वाले अनाज की कालाबाजारी कैसे होती है।
हालहि मे बैकुण्ठपुर थाने की पुलिस ने बिहार राज्य खाद्य निगम के तीन पिकअप वैन खाद्यान्न को जब्त किया था और चालक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। गोदाम प्रबंधक की करतूत इतनी वीभत्स है कि खरीददार मिले तो साइकिल पर लाद खाद्यान्न बेच डालते हैं। खाद्यान्न ढुलाई और लदाई का इनका तरीका देख कोई भी दंग रह जायेगा। ट्रक से ट्रक पर सीधे लदाई का कार्य करवाते हैं।
पूर्व के गोदाम प्रबंधक अरविंद कुमार लाखों रूपये के खाद्यान्न गायब करने के मामले मे निलम्बित हुए और उनपर प्राथमिकी भी हुयी।
जानकारों की मानें तो बैकुण्ठपुर के इस गोदाम का अगर भौतिक सत्यापन हो तो वर्तमान गोदाम प्रबंधक मीथलेश कुमार क्रांति को जेल जाने से कोई रोक नही सकता। जब गोदाम प्रबंधक गोदाम पर पहुंचते हैं तब वहां कालाबाजारियों का जमघट हो जाता है।
प्रावधान है कि गोदाम पर जनवितरण प्रणाली के दूकानदारों तक को नही जाना है। गोदाम प्रबंधक को जीपीएस प्रणाली से लैस वाहनो से खाद्यान्न सीधे दूकानदार के दूकान भिजवाना है। परन्तु गोदाम प्रबंधक के इर्दगिर्द मंडराने वाले लोग कौन होते हैं ?