गोपालगंज में जमीन विवाद में घर पर धावा बोल जदयू पूर्व नेता की गोली मारकर हत्या
गोपालगंज नगर थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 3 में गुरुवार की देर रात भूमि विवाद में दर्जनों हथियार बंद अपराधियों ने जदयू नेता तेज प्रकाश सिंह की हत्या उनके घर में घुसकर कर दी। इस दौरान हथियार बंद अपराधियों ने दहशत फैलाने के लिए कई राउंड फायरिंग की जिसमें मृतक के पड़ोसी के घर में गोलियों के निशान पड़ गए। वहीं प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मृतक ने अपनी जान बचाने के लिए अपराधियों पर पड़ोसी के छत से ईंट पत्थर चलाया लेकिन बेखौफ अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दे दिया। करीब एक घंटे तक सरेया के वार्ड नंबर तीन में अपराधियों का कब्जा रहा और पुलिस को सूचना मिलने के बाद भी वह घटना स्थल पर समय से नहीं पहुंच सकी। घटना के करीब एक घंटे बाद आए एसडीपीओ मनोज कुमार सहित नगर थाना की टीम घटना स्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
गौरतलब है की नगर थाना क्षेत्र के वार्ड नम्बर 3 में ज़मीं कब्जे को लेकर उक्त जमीन पर झोपड़ी रख चुका था। उसी झोपड़ी को उजाड़ने के लिए तीन ट्रैक्टर पर सवार लगभग चार दर्जन से उपर अपराधी देर रात वहां पहुंच गए और झोपड़ी को उजाड़ने लगे। जिसको लेकर तेज प्रकाश ने इसका विरोध किया। विरोध काफी आगे बढ़ गया। जिसके बाद तेज प्रकाश ने पड़ोसी के घर की छत पर चढ़ कर वहां से अपराधियों पर ईंट पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। जिसके बाद हथियार से लैस अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इसी क्रम में एक गोली तेज प्रकाश के गले में लग गई। जिससे उसकी मौत घटना स्थल पर ही हो गई ।
मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल से 50 से अधिक कारतूस का खोखा बरामद किया। जिस मकान से तेज प्रकाश का शव बरामद हुआ है। उस मकान को अपराधियों ने गोलियों से छलनी कर दिया है। जिससे मकान पर गोलियों के कई निशान पाए गए हैं।
वही मृतक के बेटे निकेश कुमार सिंह के मुताबिक पूरा मामला भूमि विवाद से जुदा हुआ है। इसी को लेकर पूर्व में भी उनके पिता ने नगर थाना को सूचित किया था जिसमे उनके पिता ने हत्या की आशंका जताई थी. जिसको लेकर उन्होंने कुख्यात अपराधी सुरेश यादव, भीखू यादव, आनंदी पाण्डेय, नगेन्द्र पाण्डेय, उपेन्द्र पाण्डेय , राणा श्रीवास्तव, नारायणा श्रीवास्तव, पिंकी श्रीवास्तव सहित कई लोगो को नामजद किया है।
तेज प्रकाश पर कई दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं वहीं 2005 में वह कटेया विधान सभा सीट से बासपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुका था। इसके बाद जब उसे सफलता हासिल नहीं हुई तो वह फिर से जदयू में शामिल हो गया। इसके बाद उसने पूर्व में मुखिया पद के लिए भी चुनाव लड़ा था।