गोपालगंज के चीनी मिलो के लिए बाढ़ में छतिग्रस्त सड़के बन सकती है परेशानी की कारण
जिले के पूर्वांचल में जर्जर सड़कों से गन्ना किसानों की परेशानी बढ़ सकती है। बरौली, सिधवलिया व बैकुंठपुर प्रखंडों में बाढ़ से बदहाल हुए सड़कों का निर्माण अब तक शुरू नहीं हो सका है। जिले के तीन सुगर फैक्ट्रियों में नवंबर माह के अंत तक पेराई सत्र शुरू होने वाला है। ऐसी स्थिति में भारत शुगर मिल्स सिधवलिया, विष्णु शुगी मिल हरखुआ व सासामुसा चीनी मील तक किसानों को गन्ना पहुंचाने में परेशानी होगी। इस समस्या को लेकर किसान से लेकर मिल प्रबंधन तक चिंतित नजर आ रहे हैं।
आलम यह है कि भारत शुगर मिल्स सिधवलिया के आरक्षित क्षेत्र की 60 प्रतिशत सड़कें बाढ़ से जर्जर हो चुकी हैं। सीमावर्ती सीवान व सारण जिले के कई गांवों में भी बाढ़ का पानी पसर चुका था। जिससे उन गांव की सड़कें भी ध्वस्त हो गई हैं। ऐसे में मिल प्रबंधन की ओर से प्रमुख स्थलों का चयन कर गन्ना तौल केंद्र खोला जा रहा है। लेकिन कई बड़े किसान अपनी गन्ने की फसल कटाई करने के बाद सीधे मिल परिसर तक पहुंचाते हैं।
भारत शुगर मिल्स सिधवलिया के कार्यपालक अध्यक्ष बलवंत सिंह गरेवाल व कार्यपालक उपाध्यक्ष शशी केडिया ने बताया कि बाढ़ से ध्वस्त हुए कुछ लिंक सड़कों की मरम्मत मिल प्रबंधन की ओर से कराई जा रही है। लेकिन पक्की व पीसीसी सड़कों का निर्माण नहीं होने से परेशानी बढ़ सकती है। उन्होंने बताया कि सड़कों की बदहाली तथा मरम्मतिकी मांग जिला प्रशासन व संबधित अधिकारियों से की गई है।