गोपालगंज में सूर्योपासना के महापर्व छठ पर डूबते सूर्य को दिया गया अर्घ्य
आस्था का सबसे बड़ा महापर्व छठ के तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने सूर्य उपासना पूरे भक्ति भाव के साथ की और विधिवत पूजा अर्चना किया. नदियों, तालाबों, पोखरा आदि में खड़ा होकर अस्तलाचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया.
गोपालगंज जिले के तमाम घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया गया. आस्था के जन सैलाब में लाखों महिला छठ व्रतियों एवं पुरुष व्रतियों ने तालाबों एवं पोखरा में खड़ा होकर भगवान सूर्य को प्रणाम करने के बाद डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया. शहर के नोनिया टोली, भी एम फील्ड, हाजीपुर स्थित घाट समेत तमाम घाटों पर पूजा अर्चना हुई.
इस दौरान छठ के गीतों से पूरा माहौल भक्तिमय रहा. तालाबों एवं पोखरों के छठ व्रतियों की सुविधा के लिए चारों तरफ स्टॉल लगायी गयी थी. इस महापर्व छठ में श्रद्धालु एवं छठ व्रतियों को कोई परेशानी न हो उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रशासनिक अधिकारियों पर थी. प्रत्येक चौक-चौराहों से लेकर घाटों पर दंडाधिकारी तैनात किए गए थे. खुद जिलाधिकारी राहुल कुमार एवं पुलिस कप्तान मृत्युंजय कुमार चौधरी पूरे घटनाक्रम पर मॉनिटरिंग कर रहे थे. शहर के तमाम घाटों पर जा-जाकर सुरक्षा का जायजा ले रहे थे. दोपहर बाद जैसे ही सूर्य की किरणें धीमी होने लगीं, नदियों, पोखरों, तालाबों एवं छत पर महिला एवं पुरुष छठव्रतियों की भीड़ उमड़ पड़ी. व्रती महिलाएं नदियों एवं पोखरों में जाकर, प्रशासन ने जहां बेरिकेटिंग लगाया था, उसके भीतर घुटने भर पानी में खड़ी हो गईं और डूबते भगवान भास्कर की पूजा अर्चना करने लगीं. आस्था में लीन व्रती महिला एवं पुरुषों की आस्था भगवान सूर्य के प्रति थी.