गोपालगंज के दिघवादुबौली में भरापूरा परिवार, फ़िरभी दर-दर भटकने को मजबूर बूढी माँ
गोपालगंज जिला में बैकुण्ठपुर प्रखंड के दिघवादुबौली में मानवता को अपनो ने ही शर्मशार कर दिया है. एक विधवा मां आज सडक पर दाने दाने को मोहताज है. किसी के सहारे के लिए निर्निमेष निहार रही है. नाम है उनका शिव कलिया उम्र भी पैंसठ से अधिक है. चार बेटियां और दो बेटे हैं. अर्जुन राम और हरिकिशोर राम. हरिकिशोर राम ठीकेदार है और अर्जुन राम मेहनत मजदूरी करता है.
यह वृद्ध महिला बहुत ही गरीबी से झुझ रही है. कोई एक भी पैसा का मदद करने वाला नही है. शिवकलिया देवी का दो पुत्र है लेकिन दोनो मे कोई नही पुछता है. यह औरत दर दर की ठोकर खाने को मजबुर है. शिवकलिया देवी लोगो का फेकन जुठन खाती है इसी से अपना जीवन यापन चलाती है. पूरा भरा पूरा परिवार है परन्तु आज विधवा मां दर दर की ठोकरें खा रही है. विधवा शिवकलिया मानपुर की रहने वाली है. आज आश्रयविहिन होकर हाथ मे थाली लिए लाचार अपनी बेबसी पर रो रही है. दिघवादुबौली स्टेशन रोड मे डॉ नवल किशोर ओझा के क्लीनिक के सामने खुले आसमान के नीचे दुर्दिन काट रही है.