गोपालगंज के बरौली में पेड़ से लटका युवक का शव हुआ बरामद, जांच में जुटी पुलिस
गोपालगंज जिला के बरौली थाना क्षेत्र के पचरुखिया गाँव के स्व-बाबू यादव के 17 वर्षीय पुत्र सुनील कुमार का शव कल लगभग 2 बजे के करीब में पेड़ पर लटका हुआ दिखाई दिया। पेड़ से लटकता हुआ शव को जब ग्रामीणों ने देखा तो बरौली थाना को सूचना दिया। बरौली थाना के थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि जिला के बरौली थाना क्षेत्र के पचरुखिया गाँव के सुनील कुमार अपने घर अभी अकेले ही रहता है। घर के अन्य सभी सदस्य बाहर रहते है। बीते सोमवार को दोपहर के 2 बजे सुनील कुमार का शव घर के बगल में पेड़ से लटकता हुआ दिखाई दिया। जैसे ही यह ख़बर लोगो के बीच में आया तो पूरे गाँव में यह खबर आग की तरह फैल गया। सबकी ज़ुबाँ पर एक ही बात सुनने को मिल रहा था कि आखिर सुनील कुमार खुद से फाँसी लगाकर आत्महत्या क्यों किया ? वही दूसरी तरफ कुछ लोगो के दबी ज़ुबाँ से यह भी सुनने को मिल रहा है कि किसी ने हत्या करके पेड़ पर लटका दिया है।
इस घटना को देखते हुए पहली नज़र में यह आशंका जताई जा रही है कि प्रेम प्रसंग में हत्या करके पेड़ से शव को लटका दिया गया या फिर खुद सुनील कुमार ने आत्महत्या कर लिया है। पेड़ से लटकते हुए शव को देखकर ग्रामीणों ने बरौली थाना को सूचना दिया। सूचना मिलते ही बरौली थाना के थानाध्यक्ष ने घटनास्थल पर पहुँचकर शव को अपने कब्ज़े में लेते हुए सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजकर अज्ञात लोगों पर प्राथिमकी दर्ज़ कर मामले के जांच पड़ताल में जुट गए है।
आख़िर सुनील ने आत्महत्या किया है या उसकी हत्या की गई है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम होगा कि हत्या फाँसी लगाने से हुआ है या फिर किसी और जगह पर हत्या करने के बाद से घर के बगल के पेड पर लटकाकर आत्महत्या को दिखाने की कोशिश किया गया है। इस घटना पर बरौली थाना के थानाध्यक्ष कुछ भी बोलने से कतरा रहे है और अपनी चुपी साधे हुए है।
वही दूसरी तरफ़ जब परिजन पोस्टमार्टम कराने शव को लेकर सदर अस्पताल पहुचे तो पोस्टमार्टम में देरी होने के कारण आक्रोशित परिजनों ने सदर अस्पताल के मेन गेट को 10 मिनट तक जाम कर दिया। परिजनों का आरोप था कि सुबह दस बजे से पोस्टमार्टम के लिए आये हुए थे। लेकिन शाम के पाँच बजे तक पोस्टमार्टम नही हुआ है। उस वज़ह से परिजनों ने सदर अस्पताल के मेन गेट को लगभग दस मिनट तक जाम कर दिया था। जिससे और मरीजो को अस्पताल में ईलाज़ कराने में परेशानी हुआ।