गोपालगंज में बाढ़ से हजारो लोग भूखे, बेघर और प्रभावित, प्रशासन का रेस्क्यू पुरी तरह फेल
गोपालगंज जिले में आये बाढ़ ने कई लोगो से उनके घर, खेत, खलिहान सब छीन लिया है. जिस तरीके से इस बाढ़ की बिभिषिका से लोग रो व बिलख रहे है, ये देखना ही असहनीय है. कई महिलाए व बच्चो को उनके परिजन बांस के उपर बैठा कर बाहर निकाल रहे है. बाढ़ की वजह से घरों में रखा अनाज डूब गया है, जिसकी वजह से लोग भूखे हैं, लेकिन यहां प्रशासन का कोई इंतजाम नहीं दिखा. पिछले तीन दिनों से कई हजार लोग भूख से बेहाल है. प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन पुरी तरीके से फेल होता दिख रहा है .
जिलाधिकारी के द्वारा ये कहा जा रहा है की बाढ़ से निपटने के सभी इन्तेजाम कर लिए गये है. घटनास्थल पर के विडियो को देखने से वस्तुस्थिति कुछ और ही बयाँ कर रहा है. जहाँ लगभग 25 नावों की जरुरत है वहां सरकार के द्वारा सिर्फ दो-चार नाव की ही व्यवस्था किया गया है. कई लोग बाढ़ से हुए जलजमाव के कारण बीमार पड गये है पर उनके इलाज के लिए न ही दवाईया और न ही किसी चिकित्सक दल की व्यवस्था किया गया है, जहाँ बाढ़ पीड़ित अपना इलाज करा सके. बाढ़ से सहमे आस-पास के लोगों ने पक्के मकान में शरण ले रखी है. यहां पर प्रशासन की मदद नहीं पहुंचने से बाढ़ में फंसे लोग परेशान हैं. न तो इन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए कोई आया है और न ही खाने का पैकेट मिल रहा है. जिंदगी की कठिन लड़ाई में इनका साथ देने के लिए कोई नहीं है. प्रशासन के इस रवैये से सभी पीड़ित बहुत नाराज है .
लोग बाँध पर रात गुजारने को विवश है. जिले में हर तरफ पानी ही पानी भरा हुआ है. ग्रामीण इलाके के लोग इतना डर गए है कि पूरी रात जग कर गुजार रहे है. नदी के किनारे बसे 24 गांवो को प्रशासन ने पूरी तरह से खाली करा लिया है. गांव में पानी आ जाने से लोगो के सामने खाने पीने की मुसीबत आ गई है. इन लोगो को न ही प्रशासन से कोई मदद मिल पा रही है और न ही इनके पास बनाने खाने की कोई साधन है. ग्रामीण अपने साजो सामान के साथ सुरक्षित स्थान पर पलायन कर रहने को विवश है. जिले में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगा दी गई है.