नियोजित शिक्षकों की हुई प्रतिनियुक्ति, बिना ड्यूटी उठा रहे है सैलरी
जिले के प्राथमिक, मिडिल और हाई स्कूलो में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति का मामला सामने आया है. शिक्षा माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि एक नियोजन इकाई में नियोजित शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति दूसरे नियोजन इकाई में करवा दी गयी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते 23 दिसंबर को आयोजित शिक्षा विभाग की बैठक में डीएम को इसकी भनक लगी थी और उन्होंने मामले पर संज्ञान लेते हुए डीईओ को नियोजित शिक्षकों के प्रतिनियोजन को रद्द करने का आदेश भी दिया था लेकिन डीएम के आदेश का पालन आज तक नहीं किया गया.
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अबतक डीईओ ने मात्र दो शिक्षको के प्रतिनियोजन को रद्द किया है. इस बारे में पूछे जाने पर डीईओ तकिउद्दीन ने बताया कि ऐसे शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति रद्द करने की पहली सूची जारी कर दी गयी है और अगली सूची निकालने की कार्रवाई की जा रही है.
मामले की जांच में ये बात भी सामने आई है कि कुछ ऐसे भी शिक्षक और शिक्षिका हैं जो एक दिन भी अपने नियोजित विद्यालय में नहीं गए हैं फिर भी हर महीने उनकी हाजरी बना दी जाती है और उनके बैंक खाते में हर महीने की सैलरी भेज दी जाती है.
हालाँकि ऐसा भी नहीं कि इसकी जानकारी डीईओ और डीएम को नहीं होगी फिर भी ऐसे शिक्षकों पर आज तक कोई कार्रवाईं नहीं हो पाई. बिना स्कूल गए ही शिक्षको को हर महीने वेतन मिल ही जाता है तो इससे बढ़िया सरकारी नौकरी कौन सी होगी?