अब विपक्ष से पूछेंगे नहीं सीधा बताएंगे राष्ट्रपति उम्मीदवार का नाम – अमित शाह
राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजनीति गलियारे में हलचल मची हुई है. इसी बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने संकेत दिए हैं कि अब विपक्षी कांग्रेस तथा वामदलों के पास राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम सुझाने का संभवतः कोई मौका नहीं बचा है. शाह ने कहा कि पार्टी के नेतृत्व वाली मोदी सरकार के दो मंत्रियों राजनाथ सिंह तथा एम. वेंकैया नायडू जब विपक्षी दलों के पास पहुंचे थे उनके पास कोई नाम पहले से तय नहीं थे. शाह ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी का नाम अपने आप तय करेगा.
शाह ने कहा कि सरकार ने इसलिए पहले से किसी उम्मीदवार का नाम नहीं विपक्ष के सामने रखा क्योंकि फिर यहीं पार्टियां बाद में आरोप लगातीं कि हमने अपने उम्मीदवार का नाम पहले ही तय कर दिया. उन्होंने कहा, “हम उनके पास सुझाव मांगने गए थे… अब अगर आप (कोई सुझाव) नहीं देना चाहते, तो अब हम उनके पास तब जाएंगे, जब हम फैसला ले चुके होंगे.”
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर अन्य दलों से विचार-विमर्श करने के लिए भाजपा ने एक समिति का गठन किया था, जिसमें राजनाथ सिंह, वेंकैया नायडू तथा वित्तमंत्री अरुण जेटली शामिल हैं. जेटली फिलहाल विदेश में हैं इसलिए राजनाथ और नायडू ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की थी. सोनिया गांधी अलावा वे वाम नेता (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी या सीपीएम के प्रमुख) सीताराम येचुरी समेत कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात करने पहुंचे थे.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और गुलाम नबी आजाद ने सोनिया से भाजपा नेताओं की मुलाकात के बाद कहा कि उन्होंने कोई नाम ही नहीं बताया बल्कि वे तो हमसे ही बार-बार नाम पूछते रहे. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के आरोपों पर शाह ने शनिवार को जवाब दिया. उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का पांच साल का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है. वहीं सूत्रों के मुताबिक भाजपा नीत एनडीए सरकार राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 24 जून को अमेरिका रवाना होने से पहले दाखिल कर देंगे.