काबुल में भारतीय दूतावास के पास बड़े बम धमाके में 65 लोगों की मौत, 325 घायल
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल (Kabul) में भारतीय दूतावास के पास बड़ा धमाका हुआ है, जिसमें 65 लोगों की मौत हो चुकी हैं। वहीं 325 लोगों की घायल होने की खबर है। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि सभी भारतीय कर्मचारी सुरक्षित हैं। जोरदार धमाके के बाद आसपास धुएं का गुबार दिखाई दिया, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि धमाका कितना बड़ा हो सकता है। धमाका इतना तेज हुआ कि भारतीय दूतावास की इमारत के दरवाजों और खिड़कियों को नुकसान पहुंचा है। भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी कि काबुल (Kabul) में भारतीय दूतावास में सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं।
धमाके के बाद धुएं के गुबार को साफ देखा जा सकता है, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं है कि धमाके के निशाने पर कौन था। सूत्रों के मुताबिक- भारतीय दूतावास इसका निशाना नहीं था। जिस इलाके में धमाका हुआ है वह राष्ट्रपति आवास से बहुत दूर नहीं है और आसपास कई और देशों के दूतावास हैं। अभी तक किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
हाल ही में हुए थे हमले-
बता दें कि इससे पहले 13 मई को काबुल (Kabul) में एक कार पर हथगोले से किए गए हमले में कम से कम तीन आम नागरिकों की मौत हो गई। गृह मंत्रालय के उपप्रवक्ता नजीब दानिश ने बताया कि शनिवार के हमले में मरने वालों में जल आपूर्ति विभाग की दो सरकारी महिला कर्मचारी और एक छोटा बच्चा है। दानिश ने कहा कि गाड़ी का चालक जख्मी हो गया। किसी भी आतंकी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली। दानिश ने बताया कि एक दिन पहले ही, तालिबान नियुक्त उप गवर्नर और जिला प्रमुख सहित 10 विद्रोही समंगान प्रांत में मारे गए थे।
इससे पहले मार्च में भी काबुल (Kabul) में सैन्य अस्पताल में डॉक्टरों के भेष में आतंकियों ने हमला कर दिया था। आतंकवादियों के साथ सुरक्षाकर्मियों की 6 घंटे चली मुठभेड़ में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी, जो अफगानिस्तान में अपना असर बढ़ा रहा है। इस हमले के बाद अस्पताल के वार्डों में छिपे दहशतजदा मेडिकल स्टाफ ने सोशल मीडिया पर मदद के लिए हताशा भरे संदेश डाले थे। टीवी फुटेज में दिखाया गया कि मेडिकल स्टाफ में से कुछ ने सबसे ऊपर वाली मंजिल की खिड़कियों के छज्जे में छिप गए थे। अस्पताल के एक कर्मचारी ने फेसबुक पर लिखा था कि हमलावर अस्पताल के अंदर हैं। हमारे लिए दुआ कीजिए। अस्पताल प्रशासकों ने AAFP को बताया था कि विस्फोट के बाद डॉक्टरों के सफेद कोट पहने तीन बंदूकधारी अस्पताल में घुस आए, जिससे वहां अफरातफरी मच गई।