नक्सलियों को जवानों की नहीं, देश के नेताओं की हत्या करनी चाहिए- पप्पू यादव
सांसद पप्पू यादव ने सुकमा नक्सली हमले पर विवादित बयान दिया है। यादव बुधवार को हाजीपुर में सुकमा नक्सली हमले में शहीद जवान अभय कुमार के परिजन से मिलने पहुंचे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नक्सलियों को देश की रक्षा में लगे जवानों की हत्या नहीं करनी चाहिए, इससे देश कमजोर होगा। नक्सलियों को उनकी हत्या करनी चाहिए जो देश को खोखला कर रहे हैं।
पप्पू यादव ने कहा- ” सिक्युरिटी फोर्सेस के जवान तो अपना घर, फैमिली को छोड़कर हमारी सुरक्षा में तैनात हैं, तभी हम अपने घरों में सुबह से लेकर शाम तक चैन से रहते हैं। फिर उनकी हत्या क्यों होनी चाहिए? हमारे देश को आज हमारे नेता लूट रहे हैं, इसलिए सबसे पहले नक्सलियों को नेताओं की हत्या करनी चाहिए, जो पूरे देश को दीमक की तरह खा रहे हैं।”
पीएम ने नोटबंदी की थी, फिर नक्सलवाद खत्म क्यों नहीं हो रहा
सांसद पप्पू यादव ने नरेंद मोदी से पूछा कि नोटबंदी के बाद भी नक्सली हमले क्यों हो रहे हैं? जबकि आपने कहा था कि नोटबंदी से करप्शन, आतंकवाद और नक्सलवाद खत्म हो जाएगा। देश में नक्सली और आतंकवादी की घटनाओं में कमी आएगी।”
बिहार से थे 6 जवान
– सुकमा हमले में शहीद 6 जवान बिहार से थे।
1. हेडकांस्टेबल- नरेश यादव, बिहार
2. कॉन्स्टेबल- सौरभ कुमार, बिहार
3. कॉन्स्टेबल- अभय मिश्रा, बिहार
4. कॉन्स्टेबल-केके पांडे, बिहार
5. कॉन्स्टेबल- अभय कुमार, बिहार
6. कॉन्स्टेबल- रंजीत कुमार, बिहार
(सीआरपीएफ से जारी सूची के अनुसार)
3. कॉन्स्टेबल- अभय मिश्रा, बिहार
4. कॉन्स्टेबल-केके पांडे, बिहार
5. कॉन्स्टेबल- अभय कुमार, बिहार
6. कॉन्स्टेबल- रंजीत कुमार, बिहार
(सीआरपीएफ से जारी सूची के अनुसार)
24 अप्रैल को क्या हुआ था सुकमा में?
सीआरपीएफ के जवान दोपहर में 12 बजे लंच के लिए बैठे थे। इसी दौरान करीब 300 नक्सलियों ने उन्हें घेरकर फायरिंग की। इनमें महिला नक्सली भी शामिल थीं। हमले में 25 जवान शहीद हो गए। कुछ नक्सली भी मारे गए थे।
सुकमा में ही 11 मार्च को भी नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों पर हमला किया था। इसमें 12 जवान शहीद हुए थे। नक्सली जवानों के हथियार भी लूट ले गए थे। 2010 में भी यहां बड़ा नक्सली हमला हुआ था। तब इसमें 76 जवान शहीद हुए थे।