गोरखपुर में सपा नेता को पुलिस छह महीने से ढूंढ रही थी, अब मिला उसका कंकाल
गोरखपुर में जिस लापता प्रापर्टी डीलर और सपा नेता को पुलिस छह महीने से ढूंढ रही थी, उसकी मौत की खबर सुन सबके होश उड़ गए। दरअसल सपा नेता की लापता होने वाले दिन ही हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने उसे बकायदा दफना भी दिया था। पुलिस ने शव को कब्र से निकलवा लिया है और हत्यारे को भी गिरफ्तार कर लिया है।
संजय यादव पिछले छह महीने से लापता था और जब उसका सुराग मिला तो वो कंकाल बन चुका था। गोरखपुर के प्रॉपर्टी डीलर और सपा नेता संजय यादव खोराबार थानाक्षेत्र के रहने वाले थे। 24 अक्टूबर को रात परिचित अमित ने उन्हें बुलाया, लेकिन वो लौटकर घर नहीं आया। पुलिस को सूचना मिली कि इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपी खोराबार थानाक्षेत्र की तरफ आने वाले हैं। पुलिस ने घेराबंदी कर तीन आरोपियों दान बहादुर यादव, मोहित यादव और रंजन यादव को धर दबोचा।
दान बहादुर यादव ने पुलिस को बताया कि उनके भाई लाल बहादुर यादव की 2014 में हुई हत्या में संजय यादव ने मुखबिरी की थी। इसी कारण पहले तो आरोपियों ने उसे जमीन दिखाने के बहाने अपने जाल में फंसाया और फिर 24 अक्टूबर की दोपहर में गोरखपुर के बेलीपार थानाक्षेत्र के चेरिया गांव में ले जाकर पंचायत भवन में गला दबाकर उसकी हत्या कर दिए। हत्या के बाद आरोपियों नें संजय के शव को एक दिन तक पंचायत भवन में रखा और फिर पास के खेतों में दफना दिया।
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर कल यानी 27 मार्च को चेरिया गांव के पंचायत भवन के पास खेत में जेसीबी से खुदाई कराकर संजय का कंकाल बरामद कर लिया। संजय की पहचान उनके घड़ी, कड़ा और जूते से हुई। पुलिस कंकाल का डीएनए टेस्ट भी कराने जा रही है। परिवार चाहता है कि अपराधियों को सख्त से सख्त सज़ा मिले।
Source : news24online.com