नीतीश ने की समीक्षा बैठक, 1 अप्रैल से हर हाल में शराबबंदी ।
सीएम नीतीश कुमार ने आज उत्पाद और मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की है. इस समीक्षा बैठक में 1 अप्रैल से लागू होने वाले शराबबंदी के बारे में विचार-विमर्श किया गया.
सूत्रों के अनुसार नीतीश इस योजना के प्रति बिलकुल सख्त हैं और आगामी अप्रैल महीने से हर हाल में शराबबंदी चाहते हैं. उन्होंने इसके लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए.
नीतीश ने विभाग को यह भी देखने को कहा है कि शराबबंदी के बाद होनेवाले रेवेन्यु लॉस से कैसे निपटा जाए. बताया जा रहा है कि अगर यह योजना लागू हो गयी तो बिहार सरकार को सालाना करीब 55 सौ करोड़ रूपये के राजस्व का नुकसान होगा.
इससे पहले ऐसी ख़बरें आई थी कि सरकार शराबबंदी से होने वाले भारी राजस्व नुकसान की वजह से सिर्फ देसी शराब पर प्रतिबन्ध लगाने का फैसला ले सकती है. राजस्व विभाग और IMFL के अधिकारियों के हवाले से टाइम्स ऑफ इंडिया ने इस सबंध में एक रिपोर्ट भी प्रकाशित की थी.
हालांकि बाद में नीतीश ने ऐसी अफवाहों का खंडन करते हुए साफ़ कर दिया था कि वो अपने वादे पर पूरी तरह से कायम हैं. उन्होंने कहा था कि, ‘मैं अपने वादे पर कायम हूं. एक अप्रैल से हर हाल में शराबबंदी होगी. नई नीति बनाई जा रही है, उससे पहले कुछ भी बोलना सही नहीं होगा. काम पूरा होने पर सबके सामना आएगा.’