गोपालगंज में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गयी
गोपालगंज शहर में जिला प्रशासन के तत्वावधान में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर शिक्षा विभाग स्थित प्रतिमा पर डीएम राहुल कुमार के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। गोपालगंज डीएम राहुल कुमार ने स्व. ठाकुर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके आदर्शो को अपने जीवन में उतारना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
जय नन्दवंस रोहताश कर्पुरी ठाकुर भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ तथा बिहार राज्य के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। लोकप्रियता के कारण उन्हें जन-नायक कहा जाता था। कर्पूरी ठाकुर का जन्म भारत में ब्रिटिश शासन काल के दौरान समस्तीपुर के एक गाँव पितौंझिया, जिसे अब कर्पूरीग्राम कहा जाता है, में हुआ था। भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने 26 महीने जेल में बिताए थे। वह 22 दिसंबर 1970 से 2 जून 1971 तथा 24 जून 1977 से 21 अप्रैल 1979 के दौरान दो बार बिहार के मुख्यमंत्री पद पर रहे। वह जन नायक कहलाते हैं। सरल और सरस हृदय के राजनेता माने जाते थे। सामाजिक रुप से पिछड़ी किन्तु सेवा भाव के महान लक्ष्य को चरितार्थ करती नाई जाति में जन्म लेने वाले इस महानायक ने राजनीति को भी जन सेवा की भावना के साथ जिया। उनकी सेवा भावना के कारण ही उन्हें जन नायक कहा जाता था, वह सदा गरीबों के हक़ के लिए लड़ते रहे। मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया। उनका जीवन लोगों के लिया आदर्श से कम नहीं। 1977 मे कर्पुरी ठाकुर ने बिहार के वरिष्ठतम नेता सत्येन्द्र नारायण सिन्हा से नेतापद का चुनाव जीता और राज्य के दो बार मुख्यमंत्री बने।
इस मौके पर एडीएम जगदीश प्रसाद सिंह, एसडीएम सदर मृत्युंजय कुमार, एनडीसी राजीव कुमार सिंह, गोपालगंज चेयरमैन संजू देवी सहित कई पदाधिकारियों समेत आदि लोग मौजूद रहे।